scriptवारासिवनी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप | Locust party outbreak in half a dozen villages in Varasivni region | Patrika News

वारासिवनी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप

locationबालाघाटPublished: May 29, 2020 09:09:17 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

टिड्डी दल को भगाने में जुटा कृषि विभाग का अमला, खैरलांजी क्षेत्र से वारासिवनी की ओर किया है प्रवेश

वारासिवनी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप

वारासिवनी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में टिड्डी दल का प्रकोप

बालाघाट. टिड्डी दल का जिले में खैरलांजी के बाद अब वारासिवनी क्षेत्र में प्रकोप बना हुआ है। टिड्डियों को मारने और भगाने के लिए ग्रामीण, किसानों के साथ-साथ कृषि विभाग का अमला भी लगा हुआ है। कृषि विभाग द्वारा दवा का छिडकाव कर टिड्डियों को मारने का प्रयास किया जा रहा है। टिड्डी दल का प्रकोप वारासिवनी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में बना हुआ है। टिड्डी दल से किसानों के खेतों में लगी गन्ना, मूंग की फसलों और सब्जियों के खेतों को बचाने के लिए कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव और कृषि महाविद्यालय मुरझड़ का अमला लगा हुआ है।
उप संचालक कृषि सीआर गौर ने बताया कि टिड्डी दल को जिले से भगाने के लिए कृषि विभाग के अमले के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ आरके राउत, कृषि महाविद्यालय मुरझड़ के प्राध्यापक डॉ राजू पांसे और डॉ उत्तम बिसेन कृषि द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है। टिड्डी दल 28 मई की शाम को वारासिवनी तहसील के ग्राम कोस्ते, मंगेझरी पहुंच गया था। टिड्डी दल 29 मई की सुबह मंगेझरी के सलईटोला से चलकर ग्राम कासपुर, मदनपुर होते हुए वारा पहुंचा। वहीं दोपहर तक तुमाड़ी और मुरझड़ पहुंच गया था। कृषि विभाग का अमला कृषि वैज्ञानिकों के साथ टिड्डी दल पर कीटनाशक का छिड़काव कर रहा है और ग्रामीणों व किसानों के सहयोग से ढोल, बर्तन, टीन, ड्रम आदि साधनों से शोर किया जा रहा है और टिड्डी दल को दूर भगाने का प्रयास किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि टिड्डी दल ने 28 मई को खैरलांजी तहसील के ग्राम चिचोली से बालाघाट जिले में प्रवेश किया है। ग्राम चिचोली के बाद टिड्डी दल कुम्हली, कटोरी, भंडारबोड़ी से मिरगपुर, मुरझड़ होते हुए वारासिवनी तहसील के ग्राम लालपुर से कोस्ते, मंगेझरी पहुंच गया था।
उप संचालक कृषि गौर ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे टिड्डी दल को अपने खेतों में न पहुंचने दें और उन्हें दूर भगाने के लिए सभी उपाय करें। टिड्डी दल हवा के रूख के साथ ही चलता है। जिस ओर हवा चलती है, उसी दिशा में टिड्डी दल चलने लगता है। किसान अपने खेत में लगी फसलों को बचाने के लिए जुट जाएं। टिड्डी दल को भगाने में पूरा जोर लगा दें। अन्यथा यह दल उनके खेत में लगी सारी फसलों व पेड़ों की हरियाली को चट कर साफ कर देगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो