15 दिनों से लो-वोल्टेज की समस्या, ग्रामीणों का जीना मुहाल-
बालाघाटPublished: Apr 11, 2019 02:20:40 pm
खैरलांजी में बिजली की आँख मिचौली
15 दिनों से लो-वोल्टेज की समस्या, ग्रामीणों का जीना मुहाल-
कटंगी। विधानसभा क्षेत्र कटंगी के अंतिम छोर और सिवनी जिले की सीमा से सटी जनपद कटंगी अंतर्गत वाले पठार अंचल के ग्राम खैरलांजी में बीते 15 दिनों से लो-वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। इस कारण गांव की जनता काफी परेशान नजर आ रही है। गर्मी के बेतहाशा पडऩे की वजह से लोगों की निगाहें राहत के लिए सिर्फ बिजली की ओर निहारने में टकटकी लगाए हुए है। मगर, दिन हो या फिर रात यहां लो-वोल्टेज की समस्या बनी हुई है। बिजली की आंख मिचौली के इस खेल में ग्रामीणों में विद्युत विभाग के प्रति काफी नाराजगी है। जिसके चलते ग्रामीण को जमकर कोस रहा है। दरअसल, जंगल के मध्य स्थित होने की वजह से खैरलांजी गांव में सिवनी जिले से बिजली पहुंचाई गई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अकसर बिजली गुल या लो वोल्टेज की समस्या बनी ही रहती है। कुरई में बिजली अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी वह ध्यान नहीं देते। यहीं वजह है कि ग्रामीणों ने कई बार बालाघाट जिले से विद्युत सप्लाई उपलब्ध कराने की मांग की। लेकिन जिले के नेताओं और अफसरों ने कई बहाने बताकर इस बात को ही टाल दिया।
इस भीषण गर्मी के मौसम में गांव में बिजली नहीं होने तथा लो-वोल्टेज रहने खैरलांजी गांव के लोग गर्मी से हलाकान है। लो-वोल्टेज के कारण ग्रामीणों का दैनिक जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों की शिकायत है कि उन्हें रोस्टर के अनुरूप समय से बिजली की आपूर्ति ही नहीं हो रही है। जिसकी वजह से उन्हें मानसिक, शारीरिक से लेकर आर्थिक तक की परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों की शिकायत है कि बिजली कटौती से जहां खेती चौपट हो रही है वहीं रहने, सोने खाने में भी गर्मी की वजह से आफत मची है। ज्ञात हो कि पखवाड़े से भी अधिक समय से हो रही विद्युत कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या ने खैरलांजीवासियों का जीना मुहाल कर रखा है। वे दिन में काम और गर्मी की वजह से परेशान हो जा रहे हैं तो रात में बिजली न रहने से वह चैन से सो भी नहीं पा रहे है. बिजली कटौती का आलम यह है कि खैरलांजी गांव के रोस्टर ही भूल चुके है। कुछ घंटों के लिए कई हिस्सों में आ रही बिजली के साथ लो-वोल्टेज की भी समस्या जुड़ी है। जिससे बिजली का किसी भी प्रकार से उपयोग नहीं हो रहा है।
सरकार का दावा है कि गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है. मगर, खैरलांजी में बिजली की आंख मिचौली और लो-वोल्टेज की समस्या ऐसी है कि लोग यह भी ठीक तरीके से नहीं बता पा रहे है कि बिजली कब आती है, कब जाती है। गांव में लो वोल्टेज के कारण गर्मी में भी पंखा, कूलर घर में मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गए है। साथ ही छात्रों का पठन-पाठन और बिजली से संबंधित कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।