कांग्रेस के राज में मप्र गान सुनाई नहीं दे रहा- पूर्व मंत्री
बालाघाटPublished: Nov 01, 2019 08:36:51 pm
भाजपा ने बैठक कर 4 नवंबर के जन आंदोलन की तैयारी
कांग्रेस के राज में मप्र गान सुनाई नहीं दे रहा- पूर्व मंत्री
बालाघाट. भाजपा जिला कार्यालय में विधानसभा क्षेत्र बालाघाट के अंतर्गत नगर और ग्रामीण मंडल बालाघाट के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की आवश्यक बैठक संपन्न हुई। शुरुआत में मध्य प्रदेश के 64 वें स्थापना दिवस के अवसर पर मप्र गान का स्मरण किया गया। प्रदेश की सुख समृद्धि और उन्नति के लिए उपस्थित जनों ने कामना करते हुए एक दूसरे को बधाई प्रेषित की। साथ ही दीपावली मिलन समारोह का आयोजन भी इस दौरान किया गया। प्रमुख रूप से नगर पालिका चुनाव को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिसमें वार्ड के परिसीमन पर आहुत दावे आपत्ति संबंधी अन्य मसलें उल्लेखित रहे। इसी तरह 4 नवंबर को प्रदेश सरकार के खिलाफ होने जा रहे आंदोलन में अधिक से अधिक भागीदारी की रूपरेखा तय की गई।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक गौरीशंकर बिसेन भाजपा जिला उपाध्यक्ष महेंद्र सुराना, अभय सेठिया, महामंत्री भारती पारधी, वरिष्ठ नेता राजकुमार रायजादा, कोषाध्यक्ष सुनील खटोले, नगर अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर, नपा उपाध्यक्ष वीणा कनौजिया, सत्यनारायण अग्रवाल, संजय खंडेलवाल, भाजयुमो जिला अध्यक्ष गजेंद्र भारद्वाज, हेमेंद्र क्षीरसागर, विनय बोपचे, राजेश लिल्हारे, गणेश अग्रवाल, संतोष जायसवाल, विजय बिसेन समेत बड़ी संख्या में भाजपाई उपस्थित रहे।
बैठक में प्रदेश के पूर्व मंत्री व विधायक गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि आज कांग्रेस के राज में मप्र गान सुनाई नहीं दे रहा है, जो अत्यंत चिंताजनक बात है। बिसेन ने बताया कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने चुनाव पूर्व आम जनमानस से बड़े-बड़े वादे किए थे जो आज गौण हो चुके हैं। चाहे वह किसानों की कर्ज माफी हो या बिजली बिल या बेरोजगारी भत्ता हर मामले में सरकार ने आम गरीब को ठगा है। बिल आधे तो नहीं हुए लेकिन बिजली जरूर घरों से साफ हो गई। वही सरकार ने होमगार्ड साथियों को चार माह से वेतन तक नहीं दिया है। ऐसी कई जनविरोधी कार्यप्रणाली को लेकर हमें जनहित में सड़कों पर लड़ाई लडऩी होगी। जिसमें सभी लोगों की बराबर की भागीदारी होना चाहिए। इसी को लेकर होने वाले जन आंदोलन में भारी जन सैलाब उमड़ेगा।
भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश रंगलानी ने कहा कि आगामी 10 नवंबर तक समस्त मंडलों का गठन हो जाएगा। 4 नवंबर को विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें हम सभी वंचित वर्गों के साथ खड़े होकर अपने जिम्मेदारी का निर्वहन करें। ताकि आमजन को उसका वाजिब हक मिल सके।