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३८ करोड़ की जल आवर्धन योजना में लापरवाही का ग्रहण

locationबालाघाटPublished: Jul 28, 2021 07:55:07 pm

Submitted by:

mukesh yadav

सात वर्ष बाद भी पूर्ण नहीं हो पाई योजना, अब भी मीटर व कनेक्शन बाकीअधूरी तैयारियों के साथ शहरवासियों को २४ घंटे पेयजल देने का नपा कर रही दवाआगामी सप्ताह से पुरानी पाइप लाइन कट कर नई पाइप लाइन से पानी सप्लाई की तैयारी

३८ करोड़ की जल आवर्धन योजना में लापरवाही का ग्रहण

३८ करोड़ की जल आवर्धन योजना में लापरवाही का ग्रहण


बालाघाट. शहर की नगरपालिका परिषद की महत्व पूर्ण ३८ करोड़ की जल आवर्धन योजना में लापरवाही का ग्रहण लगता नजर आ रहा है। योजना के तहत नपा परिषद २४ घंटे स्वच्छ पेजयल प्रदान करने का दावा कर रही है। लेकिन जमीनी हकीकत बिलकुल इसके उलट है। पानी प्रदान करना तो दूर की बात योजना के तहत सभी घरों में नए कनेक्शन और मीटर तक नहीं लग पाए हैं। इधर नपा के जिम्मेदार पुरानी पाइप को कट कर नई पाइप लाइन से पानी प्रदान करने की तैयारी कर रहे हैं। बकायदा शहर में मुनादी भी करवाई जा रही है। यदि पुरानी पाइप लाइन पूरी तरह से कट कर दी जाती है, तो शहर में भीषण पेयजल संकट उत्पन्न होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सात वर्षो में भी अपूर्ण कार्य
जानकारी के अनुसार सात वर्ष पूर्व शहर वासियों को २४ घंटे स्वच्छ पेयजल प्रदान करने का सपना दिखाते हुए नपा के पूर्व कार्यकाल में जल आवर्धन योजना की शुरूआत की गई। जैन एरिकेश कंपनी को योजना का ठेका दिया गया। जिसे 2 वर्ष के भीतर इस कार्य को पूर्ण करना था। लेकिन 7 वर्ष से अधिक बीत जाने पर भी योजना अपूर्ण है। अब तक शहर में साढ़े १० हजार कनेक्शनों में महज 5 हजार नल कनेक्शनों में ही मीटर लगाए गए हैं। इनमें भी कई घर ऐसे जहां मीटर की चोरी हो चुकी है। टेस्टिंग के दौरान भी कई जगह पाइप लाइन फुटी। इन सब लापरवाही के बावजूद नपा ने ठेकेदार पर कार्रवाई न करते हुए भुगतान किया जाते रहा। वर्तमान तक करीब ३३ करोड़ का भुगतान कर दिए जाने की जानकारी बताई जा रही है।
हर बार बढ़ाई समय सीमा
योजना में बेजा लापरवाही के बाद भी नपा के जिम्मेदारों ने कंपनी पर आज तक जुर्माना नहीं लगाया है। बल्कि नपा ने एक दो बार नहीं बल्कि चार से पांच बार ठेकेदार को काम करने के लिए समय अवधि बढ़ाई गई है। बावजूद इसके भी अब तक यह योजना अधूरी है और इस अधूरी योजना को 10 दिनों के भीतर शुरू करने का नपा खोखला दावा कर रही है। जहां नपा के इस दावे से लोग हैरान और परेशान हैं।
नपा को हैंडओवर की तैयारी
करोड़ों की जल आवर्धन योजना अब तक सिर्फ टेस्टिंग के भरोसे हैं। टेस्टिंग के नाम पर रोजाना लाखों लीटर पानी बहाया जा रहा है। इसी के बलबूते अधूरे कार्य को नपा को हैंडओवर करने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि 38 करोड़ रुपए में से महज 5 करोड़ रुपए ठेकेदार को मिलने बाकी हैं। ऐसे समय में नपा के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा योजनाओं को हैंडओवर ले लिया जाता है, तो इसका खामियाजा नगर वासियों को भुगतना पड़ेगा। वहीं योजना को पूर्ण करने 5 करोड़ से अधिक की राशि वहन करनी पड़ेगी।
वर्सन
करबी 5 हजार नल कनेक्शन में मीटर लगने बाकी है, जो जल्द ही लगा दिया जाएंगे। एक टीम बनाकर सभी वार्डों का सर्वे कर मीटर लगाए जाएंगे। नई पाइप लाइन के जरिए लोगों को शुद्ध पेयजल दिया जाएगा। समय सीमा निर्धारित की गई है।
सुरेंद्र राहंगडाले, नपा उपयंत्री
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