साइड वॉल गिरने से एक श्रमिक की मौत, एक घायल
बालाघाटPublished: Nov 26, 2021 09:47:19 pm
मॉयल भरवेली में हादसा, प्राइवेट कंपनी के थे दोनों श्रमिक, भूमिगत खदान के १५वें लेवल पर कर रहे थे कार्य, घटना के बाद जिम्मेदारों के नहीं पहुंचने पर परिजनों ने जताया विरोध
साइड वॉल गिरने से एक श्रमिक की मौत, एक घायल
बालाघाट. मॉयल लिमिटेड भरवेली भूमिगत खदान के १५ वें लेवल पर साइड वॉल गिरने से वहां कार्य कर रहे प्राइवेट कंपनी के एक श्रमिक की मौत हो गई। जबकि एक श्रमिक घायल हो गया। यह हादसा शुक्रवार की सुबह करीब ११ बजे हुआ। इधर, घटना के बाद जिम्मेदारों के मौके पर नहीं पहुंचने पर परिजनों सहित अन्य ने विरोध भी जताया। परिजनों ने पीएम कराने से भी मना कर दिया था। हालांकि, बाद में जिम्मेदारों के पहुंचने पर मिले आश्वासन के बाद उन्होंने अपना विरोध समाप्त किया। पीडि़त परिवार को तत्काल दस हजार रुपए की अंतेष्टि सहायता राशि और डेढ लाख रुपए प्रदान किए गए। इसके बाद ही परिजनों ने शव का पीएम कराया।
जानकारी के अनुसार बालाघाट मॉयल के भूमिगत खदान 15 लेबल में सुबह 11 बजे के आसपास पहली पाली में कार्य कर रहे पीकेजेटी प्राईवेट कंपनी के श्रमिक चैतराम पिता जयराम लिल्हारे (३५) ग्राम अमेड़ा निवासी साइड वाल गिरने के कारण चपेट में आने से उसकी मृत्यु हो गई। जबकि एक अन्य साथी श्रमिक उमेश पांचे (३२) ग्राम भरवेली हीरापुर निवासी घायल हो गया। मृतक उपरोक्त कंपनी में विगत चार वर्षों से कार्यरत था। दूसरे श्रमिक का कार्यकाल भी इसी अवधि का है। घटना के बाद तत्काल दोनों श्रमिकों को मॉयल अस्पताल ले जाया गया था, पर चैतराम को नहीं बचाया जा सका। घायल श्रमिक को भी सभी तरह की चिकित्सा सहित अन्य सुविधाएं पीकेजेटी कंपनी द्वारा प्रदान की जाएगी।
वहीं प्रबंधन द्वारा इस घटना की विधिवत जानकारी स्थानीय पुलिस थाने में दे दी गई है। वहीं मॉयल प्रबंधन द्वारा दुर्घटना की जानकारी डीजीएमएस नागपुर को भी दे दी गई है। मृतक के साथ काम कर रहे श्रमिक गुलाबसिंह टेकाम ने कहा कि 15 श्रमिक इस कंपनी के उपरोक्त क्षेत्र में कार्यरत थे और कार्य के पहले पूर्ण सुरक्षा प्रबंध का टेस्ट करने के बाद कार्य प्रारंभ किया गया था, तभी यह घटना हुई है। कुछ समझ नहीं आया कि आखिर सुरक्षा प्रबंध का उपयोग करते हुए भी यह घटना कैसे घट गई।
मॉयल की सुरक्षा पर लग रहा प्रश्नचिन्ह
इस घटना से एक बार फिर मॉयल के भूमिगत खदान की सुरक्षा को लेकर प्रश्नचिन्ह लगने लगा है। इसके पूर्व भी मॉयल में अनेक घटनाएं हो चुकी है। इधर, घटना के दौरान खान प्रबंधक निलेश खेडेकर, अभिकर्ता एवं संयुक्त महाप्रबंधक समूह-1 आरयू सिंह जबलपुर में थे। जैसे ही उन्हें दुर्घटना की जानकारी मिली वे जबलपुर से बालाघाट के लिए रवाना हो चुके थे। मार्ग में होने के कारण उनसे दूरभाष पर सम्पर्क नहीं हो सका।