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दो दिनों के भीतर किसानों से खरीदी जाएगी शेष किसानों की धान

locationबालाघाटPublished: Jan 16, 2022 10:48:23 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

११३ केन्द्रों में शेष रहे ६३९४ किसानों से खरीदी जाएगी धान,बारिश से भीग गए हैं खरीदी केन्द्र, खुले में भंडारित धान भी हुई खराब

दो दिनों के भीतर किसानों से खरीदी जाएगी शेष किसानों की धान

दो दिनों के भीतर किसानों से खरीदी जाएगी शेष किसानों की धान

बालाघाट. समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी के लिए भले ही शासन ने दो दिन का वक्त दिया है। लेकिन मौसम में हो रहे बदलाव से समितियों और किसानों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, हाल ही में हुई बारिश से अनेक खरीदी केन्द्र गीले हैं। वहीं पूर्व में किसानों से खरीदी गई धान भी खुले में भंडारित होने के कारण बारिश के पानी से भीग गई है। ऐसे में दो दिनों के भीतर इन किसानों से धान की खरीदी हो पाना संभव नहीं है।
कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने बताया कि चालू खरीफ सीजन 2021-22 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अंतिम तिथि 15 जनवरी तक जिले के 113 धान खरीदी केंद्रों पर 6394 किसानों से धान की खरीदी शेष रह गई थी। इसके लिए शासन को प्रस्ताव पता भेजा गया था कि शेष किसानों की धान की खरीदी की अनुमति दी जाए। प्रदेश शासन द्वारा जिला प्रशासन बालाघाट के प्रस्ताव पर जिले के 113 केंद्रों पर शेष 6394 किसानों की धान की खरीदी करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है । इन किसानों को 2 दिनों के भीतर अपने खरीदी केंद्र पर जाकर धान की तौल कराने कहा गया है।
टोकन प्राप्त किसानों की भी तौल है शेष
इधर, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अंतिम दिन करीब सैकड़ा भर केन्द्रों में किसानों को टोकन प्रदान किया गया था। ऐसे टोकन प्राप्त किसानों की धान की भी तुलाई नहीं हो पाई है। खरीदी केन्द्र के अंतिम दिन १५ जनवरी को भी मौसम खराब होने के चलते पूर्व में खरीदे गए धान को समितियों द्वारा व्यवस्थित किया गाय है। जबकि १६ जनवरी को रविवार होने के कारण केन्द्रों में धान की खरीदी का कार्य पूरी तरह से बंद रहा है। ऐसे में आगामी दो दिनों में शेष किसानों की धान की खरीदी कैसे हो पाएगी, यह समझ से परे हैं।
भंडारण केन्द्रों से वापस हो रही है भीगी धान
जिले के खरीदी केन्द्रों से एक तो धान का धीमा परिवहन हो रहा है। वहीं दूसरी ओर जो धान परिवहन कर गोदामों या ओपन कैप में पहुंचाया जा रहा है, वहां से भी उसे लौटाया जा रहा है। दरअसल, हाल ही में हुई बारिश के चलते अनेक केन्द्रों में खुले में भंडारित धान बारिश के पानी से हल्की भीग गई थी। ऐसी धान का भी परिवहन किया जा रहा था, जिसे भंडारण केन्द्र से अब लौटाया जा रहा है। इधर, विभाग द्वारा भंडारण केन्द्रों से लौटाई जा रही भीगी धान की जानकारी जुटाई जा रही है।
लाखों क्विंटल धान का परिवहन शेष
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए एक लाख पंद्रह हजार ६९८ किसानों ने अपना पंजीयन कराया था। इन किसानों से 45 लाख 7 हजार क्विंटल से अधिक की धान की खरीदी की गई है। जिसमें से करीब ३० लाख क्विंटल धान का ही परिवहन हो पाया है। शेष धान अभी भी खरीदी केन्द्रों में ही भंडारित है। हाल ही में हुई बारिश से इन खरीदी केन्द्रों में खुले में भंंडारित धान बड़ी मात्रा में भीग गई है।
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