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कागजों में कर दिया गया ९७ करोड़ का भुगतान

locationबालाघाटPublished: Dec 07, 2017 04:24:48 pm

Submitted by:

mukesh yadav

जरेरा और गोंगलई में किसानों को अब तक नहीं हो पाया धान का भुगतान, भुगतान पाने केन्द्रों के चक्कर लगा रहे किसान

dhan kharidi
बालाघाट. जिले के धान उत्पादक किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने एवं उन्हें बिचौलियों व दलालों के शोषण से बचाने जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है। इसके लिए कुल 161 केन्द्र भी बनाए गए हैं। इन केन्द्रों पर 15 नवंबर से पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी प्रारंभ कर दी गई है। 06 दिसंबर तक इन केन्द्रों पर 18 हजार 830 किसानों से 6 लाख 27 हजार 500 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। वहीं जिला खाद्य एवं आपूर्ती विभाग द्वारा इन किसानों को खाते में 97 करोड़ 26 लाख 24 हजार रुपए की राशि भी जमा करा दिए जाने के दावे किए जा रहे हैं।
जबकि शहर के समीपस्थ ग्राम जरेरा व गोंगलई के धान खरीदी केन्द्रों में धान विक्रय करने वाले किसानों के खातों में अब तक राशि जमा नहीं हो पाई है। यहां किसान भुगतान पाने नित्य केन्द्रों के चक्कर लगा रहे हैं। इस हिसाब से देखा तो जाए अधिकारियों द्वारा कागजों में भुगतान करवा दिया गया है। हकीकत में अब भी आधे से अधिक किसानों को भुगतान नहीं किया जा सका है। पत्रिका ने इन केन्द्रों में पहुंचकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली तो यह स्थिति सामने भी आई है।
०४ लाख की खरीदी पूरी
इधर जिला आपूर्ति अधिकारी गोविंद दुबे ने बताया कि चालू खरीफ सीजन में 06 दिसंबर तक जिले के 161 केन्द्रों पर किसानों से खरीदे गए धान के एवज में उनके खाते में 97 करोड़ 26 लाख 24 हजार रुपए की राशि जमा कराई जा चुकी है। किसानों से कामन मोटा धान 1550 रुपए प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। खरीदे गए धान का तेजी से उठाव कर गोदामों में पहुंचाया जा रहा है। 06 दिसंबर तक 04 लाख 08 हजार 817 क्विंटल धान का परिवहन कर गोदामों में पहुंचाया जा चुका है।
इतना रखा गया है लक्ष्य
इस वर्ष जिले में 3 लाख 60 हजार मिट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर खरीदी करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए एक लाख 02 हजार किसानों का पंजीयन किया गया है। सभी केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में बारदाने उपलब्ध कराये गये है। सभी 161 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 15 जनवरी 2018 तक ही की जाएगी।
वर्सन
किसानों के खातों में ई ट्रांक्जेक्शन के माध्यम से सीधे भुगतान किया जा रहा है। जिन किसानों को भुगतान नहीं मिल पाया है, उनके खाते में भुगतान हो जाएगा।
गोविंद दुबे, जिला खाद्य आपूर्ती अधिकारी

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