पेंशनर्स ने कलेक्टर से लगाई गुहार
बालाघाटPublished: Nov 16, 2019 05:48:34 pm
मप्र पेशनर्स एसोसिएशन तहसील शाखा कटंगी अध्यक्ष/सचिव ने सामुहिक रुप से कलेक्टर को पत्र लिखा।
पेंशनर्स ने कलेक्टर से लगाई गुहार
बालाघाट. मप्र पेशनर्स एसोसिएशन तहसील शाखा कटंगी अध्यक्ष/सचिव ने सामुहिक रुप से कलेक्टर को पत्र लिखा। उन्होंने स्टेंट बैंक ऑफ इंडिया शाखा कटंगी के कर्मचारियों की कलेक्टर से शिकायत कर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है। पेंशनर्स संघ का आरोप है कि बैंक कर्मचारी जीवित होने का प्रमाण पत्र (लाइफ सर्टिफिकेट) जमा कराने की बजाए पेशनर्स को सीएमसी भेज रहे हैं। जहां पेशनर्स को पावती के लिए 50 से 100 रुपए तक देना पड़ रहा है। जबकि यह काम बैंक में नि:शुल्क होता है। पेशनर्स ने शीघ्र ही बैंक प्रबंधक एवं कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब हो कि पेंशनधारकों को अपनी पेंशन को नियमित जारी रखने के लिए हर साल नवबंर के महीने में पेंशनधारक जीवित प्रमाण पत्र जमा कराना होता है। यह प्रक्रिया स्थानीय बैंक, उमंग एप, आधार सेंटर और कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) से होती है। अब तक खाताधारक बैंक में ही इस काम को करते थे, लेकिन अब बैंक कर्मचारी इस काम को करने से साफ इंकार करते हुए नगर के एक सीएससी सेंटर में भेज रहे हैं। जहां पेशनधारकों को जीवित प्रमाण पत्र की पावती के लिए 50 से 100 रुपए तक देने पड़़ रहे हैं।
सीएससी जाने किया जा रहा मजबूर-
बता दें 60 वर्ष की आयु के बाद सेवानिवृत्त होने पर सरकार शासकीय कर्मचारियों को पेंशन प्रदान करती है। पेंशनधारक अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र अपनी बैंक की शाखा में जमा करा सकते हैं। बैंक की शाखा से पेंशनधारक को एक फॉर्म मिलता है। जिसे भरने के बाद पेंशनधारकों को बैंक में जमा करना पड़ता है। लेकिन एसबीआई शाखा कटंगी के कर्मचारी यह काम बैंक में करने की बजाए पेंशनधारक को सीएससी जाने पर मजबूर कर रहे है।