परिसीमन के बाद बदली पंचायतों की तस्वीर
बालाघाटPublished: Oct 20, 2019 07:28:58 pm
जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या में हुआ इजाफा, 689 से बढ़कर ग्राम पंचायतों की संख्या हुई 721
परिसीमन के बाद बदली पंचायतों की तस्वीर
बालाघाट. जिले में परिसीमन के बाद ग्राम पंचायतों की न केवल तस्वीर बदल गई है। बल्कि पंचायतों की संख्या में इजाफा भी हुआ है और वार्डों की संख्या भी बढ़ गई है। जिले में पूर्व में ६८९ ग्राम पंचायते थी, लेकिन परिसीमन के बाद बढ़कर ७२१ ग्राम पंचायते हो चुकी है। इसी तरह वार्डों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। जिले में कुल ३२ ग्राम पंचायते बढ़ी हुई है। इधर, ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में परिसीमन के लिए दावे-आपत्ति का दौर जारी है। अंतिम सूचना प्रकाशन के बाद ही ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
जनपद पंचायत बैहर में ५४, जपं बालाघाट में ७७, जपं बिरसा में ६१, जपं कटंगी में ८१, जपं खैरलांजी में ६२, जपं किरनापुर में ८३, जपं लालबर्रा में ७७, जपं लांजी में ७७, जपं परसवाड़ा ५७, जपं वारासिवनी में ६० ग्राम पंचायतें शामिल थी। परिसीमन के बाद अब इन ग्राम पंचायतों की संख्या में इजाफा हो गया है। जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बैहर में ०२, जपं बालाघाट में ०, जपं बिरसा में ०७, जपं कटंगी में ०१, जपं खैरलांजी में ०३, जपं किरनापुर में ०४, जपं लालबर्रा में ०१, जपं लांजी में ०४, जपं परसवाड़ा ०३ और जपं वारासिवनी में ०४ ग्राम पंचायते बढ़ गई है। इस तरह से जिले में ३२ ग्राम पंचायते बढ़़ी है। परिसीमन के बाद जनपद पंचायत बैहर में ५६, जपं बालाघाट में ७७, जपं बिरसा में ६८, जपं कटंगी में ८२, जपं खैरलांजी में ६५, जपं किरनापुर में ८७, जपं लालबर्रा में ७८, जपं लांजी में ८१, जपं परसवाड़ा ६० और जपं वारासिवनी में ६४ ग्राम पंचायते हो जाएगी।
अधिक पंचायतों वाली जपं होगी किरनापुर
यदि मौजूदा समय में परिसीमन के आंकड़ों में किसी भी तरह का फेरबदल नहीं होता है तो जिले में सर्वाधिक ग्राम पंचायतों वाली जनपद पंचायत किरनापुर होगी। किरनापुर में ८७ ग्राम पंचायते हो जाएगी। जबकि पूर्व में इस जनपद में ८३ ग्राम पंचायते थी। वहीं मौजूदा समय में परिसीमन के दौरान सबसे अधिक ग्राम पंचायत जनपद पंचायत बिरसा में बढ़ी है। इस जनपद के अंतर्गत ७ ग्राम पंचायते नई बनाई गई है। इस तरह से इस जनपद में वार्डों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
नगरीय निकायों में दावे-आपत्ति का दौर
इधर, नगरीय निकायों में भी परिसीमन को लेकर दावे-आपत्ति का दौर जारी है। नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों में अभी परिसीमन का कार्य पूरा नहीं हुआ है। दावे-आपत्ति के बाद ही दोनों ही निकायों की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
तैयारी में जुट रहे स्थानीय नेता
परिसीमन का कार्य अभी पूरा हुआ नहीं है, लेकिन स्थानीय नेता चुनाव की तैयारी में जुट गए है। खासतौर पर जो ग्राम पंचायतें पुरानी है और वहां पर किसी भी तरह का कोई फेरबदल नहीं हुआ है, ऐसी पंचायतों में स्थानीय नेताओं ने तैयारी शुरू कर दी है। वहीं नई पंचायतों को लेकर स्थानीय नेता भी पशोपेश में है। जब तक शासन से नई पंचायतों को लेकर अंतिम मुहर नहीं लग जाती, तब तक वहां की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाती। इस कारण नेताओं में अभी संशय की स्थिति बनी हुई है।