शहर से सटी ग्राम पंचायत उमरी में इन दिनों स्थानीय खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है
ग्राम पंचायत उमरी का मामला…
कागज पर खेल मैदान, नदी किनारे क्रिकेट
ग्रामीणों ने कई बार जिम्मेदारों से की शिकायत कटंगी. शहर से सटी ग्राम पंचायत उमरी में इन दिनों स्थानीय खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। यह आयोजन गांव में खेल मैदान के अभाव में युवाओं ने चंदन नदी के किनारे खाली जमीन में किया है।
जिससे खिलाडिय़ों को काफी परेशानियां हो रही है। इस गांव के युवाओं में खेलों के प्रति काफी रूचि है। लेकिन खेल मैदान के अभाव में यहां की खेल प्रतिभाएं उभरकर सामने नहीं पा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में खेल मैदान बनाने के लिए कई बार सरपंच, सचिव एवं अधिकारियों को कहा गया। लेकिन वह आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस गांव में खेलों की अपार संभावनाएं हैं और खेल मैदान निर्माण के लिए रिक्त भूमि भी है। लेकिन खेल मैदान के अभाव में खिलाड़ी सड़क पर अभ्यास करते हैं। जो काफी जोखिम भरा होता है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही गांव में खेल मैदान निर्माण कराने की मांग की है।
खेल मैदान का नहीं हो रहा उपयोग: उल्लेखनीय है कि गांवों की सूरत बदलते एवं ग्रामीण अंचलों की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए सरकार ने सभी ग्रापं में मनरेगा योजना से खेल मैदान के निर्माण को प्राथमिकता के साथ अनिवार्य भी किया।
कटंगी जनपद की कई पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण भी किया गया। जबकि कई पंचायतें भूमि की कमी एवं अन्य कारणों से अब तक खेल मैदान का निर्माण नहीं कर पाई है। जिन गांवों में खेल मैदान तैयार हो चुके हैं, उनमें से कुछ खेल मैदानों पर ही खेल गतिविधियां होती नजर आ रही है। जबकि शेष खेल मैदानों में बुनियादी सुविधाओं की कमी एवं गांव से अधिक दूरी होने के कारण युवाओं ने इन मैदानों से ही दूरी बना ली है।
करीब 7 लाख की लागत से होना है निर्माण
जानकारी अनुसार मनरेगा योजना के तहत हर पंचायत पर एक खेल मैदान बनाया जाना था। यह काम महात्मा गांधी
रोजगार गारंटी स्कीम के तहत किया जाना है। यह खेल मैदान 10 हजार वर्गमीटर तथा 4800 वर्गमीटर आकार के मानक अनुसार बनाए जाने हैं। प्रत्येक मैदान पर 6.73 लाख रुपए की लागत होगी। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खेल एवं युवक कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश के हर गांव में खेल मैदान बनाने की योजना बनाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने प्रतिभाशाली और उदीयमान खिलाडिय़ों के टेलेंट सर्च की योजना बनाने को कहा था। लेकिन आज तक उनके निर्देशों को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है।