बालाघाट. मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान को काले झंडे दिखाकर विरोध करने जा रहे विधानसभा क्षेत्र कटंगी के बड़ी संख्या में ग्रामीण कांग्रेस कार्यकर्तायों को पुलिस ने बस स्टेण्ड में रोककर कैद कर लिया। इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस के साथ हल्की नोंकझोंक भी हुई। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र बाहेश्वर, तिरोड़ी ब्लाक अध्यक्ष महेन्द्र चौहान, जिला पंचायत सदस्य केसर बिसेन एवं उनके पुत्र कांग्रेस असंगठित कामगार संगठन प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष बिसेन के नेतृत्व में यह सभी कांग्रेसी वारासिवनी में मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने के लिए जा रहे थे। जिन्हें पकड़कर अस्थाई जेल यानि रैन बसेरा में करीब ढाई घंटे कैद कर रखा गया। इस दौरान पुलिस इन पर नजर बनाए रही। रविवार को विधानसभा क्षेत्र वारासिवनी में मुख्यमंत्री किसान समृद्धि योजना का शुभारंभ करने के लिए आए थे।
इधर, कांग्रेसियों को अस्थाई तौर पर कैद करने के बाद लोगों द्वारा कांग्रेस का जमकर मजाक बनाया गया। कांग्रेस के इस विरोध को नौटंकी तक कहा गया। जनचर्चा रही कि जब कांग्रेसियों को सीएम को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रकट करना ही था तो फिर कांग्रेसियों ने इतना शोर क्यों मचाया गुपचुप तरीके से भी वारासिवनी पहुंचकर वह काले झंडे दिखा सकती थी। हालाकिं कांग्रेसियों का कहना था कि प्रशासन को भनक लगने पर उनकी गिरफ्तारी की गई। गौरतलब हो आशुतोष बिसेन ने 8 अप्रैल को प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की चेतावनी दी थी। कांग्रेस आईटी सेल एवं सोशल मीडिया प्रभारी अरविंद सोनी के मुताबिक 266 कांग्रेसियों को कटंगी पुलिस द्वारा कैद किया गया था जबकि मौके पर तैयार पुलिस रिकार्ड के अनुसार कुल 34 लोगों के नाम दर्ज किए गए हंै। समाचार लिखे जाने तक किसी भी प्रकार को कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
इन्हें किया गया गिरफ्तारप्राप्त जानकारी अनुसार पुलिस ने मेनसिंह पारधी, महेन्द्र चौहान, सुरजीत सिंह ठाकुर, गौरीशंकर पटले, सेवकराम मासुलकर, अरविंद सोनी, सुरजीत ठाकुर, सतीश सोनवाने, योगराज बोपचे, अनुपचंद चौहान, देवाजी उइके, अरूण तुरकर, महेन्द्र बाहेश्वर, विजय पटले, गणेश भगत, हेमचंद भगत, सोवेन्द्र बिसेन, नानाजी पटले, नवीन चौकसे, गंगाराम डहरवाल, अंकेश मडावी, नंदकिशोर पटले, रोहित मर्सकोले, भुपेन्द्र पटले सहित अन्य कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया।