मुख्यालय सहित जिले भर में सावन के पहले सोमवार को भोलेनाथ को जलाभिषेक करने शिवालयों में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा।
शिवालयों में सुबह से गूंज उठा ऊॅ नम: शिवाय
बालाघाट. मुख्यालय सहित जिले भर में सावन के पहले सोमवार को भोलेनाथ को जलाभिषेक करने शिवालयों में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से ही शिवमंदिरों में ऊॅ नम: शिवाय की गूंज सुनाई देने लगी। शिव भक्तों ने कांवडय़ात्रा निकाल वैनगंगा में पहुंच स्नान कर कलश में जल भरकर लाकर भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर जल चढ़ाया गया। सावन मास को लेकर शिवालयों में भी व्यापक तैयारी की गई है। इस वर्ष रक्षाबंधन 15 अगस्त को मनाया जाएंगा। मुख्यालय स्थित श्री शिव साईं मंदिर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सावन सोमवार की सुबह कांवड़ यात्रा निकाली गई। जो हर हर महादेव, ऊॅ नम: शिवाय व भोलेनाथ की जयघोष करते हुए नगर के प्रमुख मार्गो का भ्रमण कर शंकरघाट पहुंची। जहां से शिवभक्तों द्वारा वैनगंगा नदी का जल भरकर शंकरघाट स्थित शिवमंदिर में जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात् कांवडय़ात्रा वापस श्री शिव साईं मंदिर पहुंच संपन्न हुई। शिवभक्तों ने भगवान भोले नाथ का जलाभिषेक व पूजा अर्चना कर शिव आराधना की। भोलेनाथ का किया जलाभिषेक
स्थानीय महामृत्युजंय घाट स्थित शंकर मंदिर में भी सावन सोमवार को भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया गया। भगवान शंकर की पूजा अर्चना व आरती कर महाप्रसाद का वितरण किया गया। सुबह से ही भोलेनाथ का जलाभिषेक करने श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मंदिर के पुजारी भुवन बाबा ने बताया कि सावन मास में मंदिर से कांवडय़ात्रा भी निकाली जावेगी।