बालाघाट. 19 दिसंबर से प्रारंभ होकर 22 जनवरी तक चलने वाली आदिगुरू शंकराचार्य की प्रतिमा निर्माण के लिए धातु संग्रहण, जनजागरण यात्रा एकात्म यात्रा की तैयारियों को लेकर 7 दिसंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में अमरकंटक से प्रारंभ होने वाली एकात्म यात्रा, रूट 4 के सहसंयोजक शिवनारायण पटैल, जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा बिसेन, जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक शिव मालवी, सयुंक्त कलेक्टर मीना मसराम, डिप्टी कलेक्टर गोविंद दुबे, जिला समन्वयक अखिलेश जैन, मौसम हरिनखेड़े, सुरजीत सिंह ठाकुर, जिला सयोंजक निरंजन बिसेन, ब्लॉक समन्वयक महेश पटले, सुरेंद्र भगत, बैजंती कटरे, सीता उइके, मोनिका स्वर्णलता चोपड़ा सहित अन्य शामिल हुए।
बैठक के प्रारंभ में जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी जनअभियान परिषद के अखिलेश जैन ने उपस्थित सदस्यों को दी। साथ ही उन्होंने अधिकारियों के मध्य किए गए कार्य विभाजन के विषय में भी बताया।
एकात्म यात्रा के उद्देश्य को समझाते हुए यात्रा के सहसंयोजक शिवनारायण पटेल ने कहा कि यह यात्रा जन-जन को एकात्म मानव दर्शन के प्रति प्रेरित करेगी। इसलिए इस यात्रा को एकात्म यात्रा कहा गया है। यात्रा में प्रदेश के एक-एक गांव से धातु संग्रह किया जाएगा। धातुपात्र में गांव की मिट्टी ली जाएगी। उन्होंने बालाघाट जिले के प्रत्येक गांव का प्रतिनिधित्व हो, इसके लिए कार्य योजना बनाकर कार्य करने की बात कही। यात्रा में कलापथक दल शामिल होगा। यात्रा में सभी धर्मों के धर्मावलंबियों को जोडऩे की अपील जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा बिसेन ने की। उन्होंने जिला प्रशासन को जिले में एकात्म यात्रा के रुट का निरीक्षण करने आयोजन समिति की बैठक करने संत प्रभारीए दिन प्रभारी सहित अन्य प्रभारियों को नियुक्त करने के निर्देश दिए।
बैठक में शिव मालवी ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के लिए धातु संग्रहण जन जागरण अभियान के लिए आयोजित एकात्म यात्रा का जिले से होकर गुजरना गौरव की बात कही। उन्होंने कहा कि यात्रा में जितनी अधिक जनभागीदारी होगी, उतनी इसकी सफलता होगी। इस यात्रा के माध्यम से एकात्म वेदांत का संदेश जन-जन तक पहुंचाना है। जिसमें समाज के लोग समाज के लिये जन-जागरण का कार्य करें। इसके लिए हमें शासकीय व्यवस्थाओं के साथ समाज की व्यवस्था को को जोडऩे का प्रयास है। 35 दिवसीय एकात्म यात्रा की जानकारी पॉवर प्वॉइन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बैठक में दी गई।
बैठक में बताया गया कि यह यात्रा 4 जनवरी से 6 जनवरी 2018 तक जिले में रहेगी। सम्पूर्ण प्रदेश में 4 जोनों से यह यात्रा प्रारंभ की जा रही है। जिसमें आदिगुरु शंकराचार्य की मूर्ति निर्माण के लिए धातु संग्रह किया जाएगा। चार जोन ओंकारेश्वर, उज्जैन, अमरकंटक और पचमठा है। जिले में अमरकंटर से प्रारंभ हुई एकात्म यात्रा 4 जनवरी को बालाघाट जिले के परसवाड़ा में पहुंचेगी। इसके बाद बैहर पहुंचकर यात्रा रात्रि विश्राम करेगी।
5 जनवरी २०१८ को बैहर व बालाघाट में जनसंवाद होगा। जिसके बाद बालाघाट में जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा। 5 जनवरी को यात्रा बालाघाट पहुंचकर रात्रि विश्राम होगा। जिसके बाद 6 जनवरी को यात्रा वारासिवनी जाएगी। जहां से लालबर्रा होते हुए यात्रा का सिवनी जिले में इसका प्रवेश होगा। यात्रा के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा।