प्राचार्यों व प्राध्यापक में नहीं बैठ रहा सामांजस्य
बालाघाटPublished: Mar 19, 2019 05:03:23 pm
चल रहा शिकायतों का सिलसिला, धूमिल हो रही महाविद्यालय की छवि
प्राचार्यों व प्राध्यापक में नहीं बैठ रहा सामांजस्य
वारासिवनी। नगर में स्थित शासकीय शंकरसाव पटेल महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सरिता कोल्हेकर ने क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक जबलपुर को शिकायत की थी कि महाविद्यालय वाणिज्य प्राध्यापक डॉ. एचपी शर्मा द्वारा शासकीय अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसके बाद जांच के लिए जबलपुर द्वारा शासकीय महाविद्यालय छपारा (सिवनी) प्राचार्य डॉ. जीएल झारिया को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। शनिवार को जांच अधिकारी डॉ. जीएल झारिया शंकरसाव पटेल महाविद्यालय पहुंचे और शिकायत की बिन्दुवार जांच की। जिसमें शिकायतकर्ता प्राचार्या व प्राध्यापक से अलग-अलग चर्चा कर रिपोर्ट तैयार की गई। जिसेे उच्चाधिकारी को प्रेषित की जाएगी। विदित हो कि पूर्व में डॉ. एचपी शर्मा के द्वारा एसएसपी महाविद्यालय प्राचार्या के खिलाफ क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक जबलपुर को शिकायत की गई थी कि प्राचार्या डॉ. सरिता कोल्हेकर द्वारा सिनियार्टी का ध्यान न रखकर प्रभार व तवज्जों नहीं दी जाती। साथ ही शासन से महाविद्यालय हित में आबंटित राशि को खर्च नहीं किया जाता है। जिस पर जबलपुर द्वारा जांच अधिकारी भेज शिकायत की जांच की गई थी, जिसमें जांच अधिकारियों ने शिकायत निराधार पाई।
इसके बाद प्राचार्या डॉ. सरिता कोल्हेकर ने प्राध्यापक डॉ. शर्मा द्वारा शिकायत प्रपत्र देखे गए, तो उसमें प्राध्यापक डॉ. एचपी शर्मा द्वारा शासकीय अभिलेख की एक प्रति प्राचार्या से बिना अनुमति लिए संलग्न किया गया था, जिस पर प्राचार्या द्वारा महाविद्यालय हित में गोपनीयता भंग होने की दृष्टि से फरवरी २०१९ में क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक जबलपुर को शिकायत की थी कि वाणिज्य प्राध्यापक डॉ. एचपी शर्मा के द्वारा शैक्षणिक कार्यों में रूची न लेना एवं प्राचार्या कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को प्राचार्या के समक्ष से द्वेषभावना रखते हुए ले जाया जाता है और शासकीय अभिलेखों से बिना अनुमति लेकर शिकायत व जनता में प्रचार करते हैं, जो नियम विरुद्ध है।
प्राचार्या डॉ. सरिता कोल्हेकर की शिकायत पर जांच करने पहुंचे प्राचार्य डॉ. झारिया ने दोनों पक्षों से चर्चा कर शिकायत की बिन्दु वार जांच में पाया कि अभिलेख से छेड़छाड़ वाली शिकायत सही है। लेकिन ज्यादा गंभीर नहीं है। जिसका मुख्य कारण आपसी मतभेद है, जिसे दूर करने का प्रयास करने के साथ ही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जाएगी। इस संबंध में जब वाणिज्य प्राध्यापक डॉ. एचपी शर्मा से चर्चा करनी चाहिए गई तो उन्होंने चर्चा करने से मना कर दिया।
चर्चा में शासकीय शंकरसाव पटेल महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. सरिता कोल्हेकर ने बताया कि डॉ. शर्मा महाविद्यालय की गोपनीयता को भंग करने के साथ शासकीय अभिलेखों से छेड़छाड़ करते हंै जो गलत है, जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाए। जांच अधिकारी डॉ. जीएल झारिया ने बताया कि बिन्दुवार जांच में पाया गया है कि अभिलेख की फोटों प्राचार्य के बिना अनुमति से निकाल ली गई है जो गलत है। प्राचार्यों व प्राध्यापक में सामांजस्य न होने के कारण शिकायत हो रही है, इस तरह की शिकायत होने से महाविद्यालय की छबि खराब होती है। साथ ही यह भी बताया कि जांच की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रेषित की जाएगी।