2003 में से 1025 किसानों का हो पाया पंजीयन
बालाघाटPublished: Mar 23, 2019 08:07:08 pm
गेंहू बिक्री के लिए किसानों ने दिया था आवेदन, आक्रोशित किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
2003 में से 1025 किसानों का हो पाया पंजीयन
बालाघाट/खैरलांजी. मुख्यालय में स्थित सेवा सहकारी समिति मर्यादित पंजीयन क्रमांक 329 में क्षेत्र के किसानों ने रबी की फसल के विक्रय करने के लिए समर्थन मूल्य पर पंजीयन कराया गया। लेकिन गेहूं खरीदी के लिए प्रशासन द्वारा पंजीयन की अंतिम तिथि 23 फरवरी से बढ़ाकर 14 मार्च कर दिया गया था। मगर किसानों का पंजीयन भी इस तिथि में नहीं किया गया है। जिसके कारण क्षेत्र के किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आक्रोशित किसानों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या से अवगत कराया। इधर, किसान अब गेहूं का समर्थन मूल्य पर विक्रय करने के लिए पंजीयन कराने गुहार लगा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सेवा सहकारी समिति में क्षेत्रीय किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर गेंहू, चना व सरसों के लिए पंजीयन कराने आवेदन लिया गया था। किसानों ने अंतिम तिथि से पहले आवेदन प्रस्तुत कर दिया था, जिसमें करीब 200३ किसान शामिल है। जिसमें से केवल १०२५ किसानों का ही पंजीयन हो पाया है। किसानों ने पंजीयन नहीं होने पर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर पंजीयन कराए जाने की मांग की है। इस अवसर पर संतोष नगपुरे, नंदकिशोर नगपुरे, योगेन्द्र नगपुरे, नरेश झाड़े, बंटी भगत, उरनलाल नागेश्वर, राजकुमार बसेने, राजेन्द्र नगपुरे, मंगलप्रसाद बसेने, रामप्रसाद मस्खरे, येवन कन्सरे, श्रीराम माहुले, सेवकराम बघेले सहित अन्य मौजूद थे।
इनका कहना है
मेरे द्वारा सेवा सहकारी समिति का निरिक्षण किया गया। किसानों के पंजीयन में देरी क्यों बरती गई, इसकी जानकारी ली गई। कर्मचारियों ने पंजीयन नहीं होने की वजह सर्वर की समस्या बताया। जितने भी किसानों का पंजीयन नहीं हो सका है, उसके लिए संबंधित वरिष्ठ विभाग को सूचित किया जा रहा है।
-राजेश सिंह चंदेल, तहसीलदार, खैरलांजी