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अतिक्रमण हटाने राजस्व अमले को करनी पड़ी मशक्कत

locationबालाघाटPublished: Oct 11, 2019 09:28:48 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

पिछले 15 वर्षों से अतिक्रमण कर किया गया था कब्जा, कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारी महिला ने महिला पुलिसकर्मियों से की झूमाझटकी, अतिक्रमण नहीं हटाए जाने पर ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

अतिक्रमण हटाने राजस्व अमले को करनी पड़ी मशक्कत

अतिक्रमण हटाने राजस्व अमले को करनी पड़ी मशक्कत

बालाघाट/वारासिवनी. नगर से लगे ग्राम पंचायत वारा की महिला सिलाई प्रशिक्षण भवन पर करीब 20 वर्ष से अवैध कब्जे की बेदखली करने पहुंचे राजस्व अमले को अधूरी कार्रवाई के बाद बैरंग लौटना पड़ा। वहीं कार्रवाई न होने सेे नाराज ग्राम पंचायत के सरपंच और ग्रामीणों ने धरने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
जानकारी अनुसार शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे ग्राम पंचायत वारा में वेयर हाउस के बाजू में अतिक्रमण हटाए जाने के लिए राजस्व अमला पहुंचा था। अमले द्वारा प्रारंभिक कागजी कार्रवाई के बाद भवन के गेट मेें लगा ताला तोड़ा। इस दौरान अतिक्रमणकारी एक महिला प्रवेश द्वार पर अड़ गई। जिसे पुलिस महिला आरक्षकों ने हटाया। इस दौरान महिला ने आरक्षकों के साथ झूमाझटकी भी की। बताया गया है कि वर्ष 1998 में तत्कालीन सरपंच वाईकर पारधी के द्वारा अपने भाई केलकर पारधी को स्कूल चलाने के लिए पंचायत द्वारा निर्मित भवन को किराए पर दिया गया था। केलकर पारधी के द्वारा कुछ दिनों तक स्कूल चलाने के बाद शाला को बंद कर दिया गया। ग्रामीणों की माने तो इस भवन पर पिछले १५ वर्षों से लगातार एक ही व्यक्ति और उसके परिजनों द्वारा अतिक्रमण कर कब्जा रखा गया है। वहीं अतिक्रमणकारी द्वारा भवन का उपयोग अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए किया जा रहा है। अनेक बार ग्रामीणों ने कब्जा हटाने की बात अतिक्रमणकारी से कही। लेकिन उन्होंने कब्जा नहीं हटाया। उन्होंने भवन के अलावा 0.421 हेक्टेयर भूमि हड़पने की भी कोशिश की। इधर, इस भवन में युवतियों को सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान राजस्व अमले ने युवतियों को भवन से बाहर आने के लिए कहा गया।
इस कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने राजस्व विभाग द्वारा की जा रही बेदखली की कार्रवाई के थमने के बाद आक्रोश जाहिर कर दिया। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि अगर पंचायत के इस भवन से बेदखली नहीं कराई जाती है तो सभी मिलकर सामूहिक रुप से आंदोलन करेंगे।
ग्राम पंचायत सरपंच रिजवान राजा अली ने बताया कि तत्कालीन सरपंच अपने भाई को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को ताक में रखकर बगैर अनुबंध किए इस इमारत व भूमि को किराए पर दिया था। लम्बे समय से इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए ग्राम पंचायत प्रस्ताव लेकर बेदखली की कार्रवाई की जा रही है। कब्जाधारी केलकर पारधी ने अपने कब्जे को वैध करने के लिए राजस्व विभाग की लगभग सभी अदालतों मे अपील की। जिसे न्यायालयों ने खारिज कर दिया है। कमिश्नर न्यायालय ने विवादित इमारत व भूमि से बेदखली का आदेश दिया। इस आदेश के तहत शुक्रवार को राजस्व विभाग अतिक्रमण हटाने पहुंचा था। राजस्व निरीक्षक तरूण प्रकाश बिसेन ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को ग्राम पंचायत वारा में केलकर पारधी के द्वारा किया गए कब्जे को हटाने की कार्रवाई की जा रही थी। कब्जा की गई इमारत में ताला लगा हुआ था, जिसे पंचनामा तैयार कर तोड़ा गया। इमारत से सिलाई मशीन सहित अन्य सामग्री निकालकर सूची तैयार की गई। इसी दौरान एसडीएम के आदेश पर कार्रवाई रोकी गई है।
एसडीएम संदीप सिंह ने बताया कि बेदखली की कार्रवाई के दौरान अनावेदक के परिजन ने आवेदन देकर कब्जा हटाने के लिए दो दिन का समय मांगा है। आवेदन स्वीकार करते हुए उन्हे दो दिन का समय दिया गया है। इसी बात को लेकर ग्राम वारा के सरपंच व ग्रामीण भी पहुंचे थे, उन्हें भी दो दिन के बाद अतिक्रमण हटाए जाने का आश्वासन दिया गया है।
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