रेत का अवैध खनन कर नदियों को किया जा रहा खोखला
बालाघाटPublished: Dec 12, 2019 09:16:25 pm
मुख दर्शन बने जिम्मेदार अधिकारी, नदी का खो रहा अस्तित्व
रेत का अवैध खनन कर नदियों को किया जा रहा खोखला
लालबर्रा। मुख्यालय में इन दिनों रेत का अवैध कारोबार पूरे शबाब पर है। रेत कारोबारियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे अब रात के अंधेरे की बजाए दिन दहाड़े रेत का अवैध खनन कर आसानी से परिवहन कर रहे हैं। वहीं जिम्मेदार अधिकारी मुक दर्शन बन अवैध खनन का मौन संरक्षण दे रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार रेत घाटो की नीलामी नहीं होने का फायदा रेत कारोबारी उठा रहे हैं। जिनके द्वारा रेत का बेजा अवैध खनन कर जिला मुख्यालय व सिवनी जिले में रेत का अधिक दामों में विक्रय किया जा रहा है। रेत का परिवहन थाने के सामने से ही बेझिझक किया जाता है, लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। परिणाम स्वरूप नदियों के अस्तित्व पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार रेत कारोबारियों को गांव से ही दो या तीन सौ रूपए में मजदूर मिल जाते है। इन्हीं ग्रामीणों के माध्यम से ट्रेक्टरों में रेत भरवाई जाती है इसके बाद रेत का सीधे परिवहन या फिर खाली स्थानों में डंप कर लिया जाता है। इसके बाद डंफर के माध्यम से रेत का दूसरे जिले में पार लगाया जाता है। रेत के अवैध खनन व परिवहन की जानकारी स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को भी भली भांति है, लेकिन उनके द्वारा भी अवैध खनन को रोकने कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
यह चल रहा अवैध खनन
नाम न छापने की शर्त पर कुछ जागरूक ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में प्रमुख रूप से ग्राम पंचायत ददिया के अंतर्गत आने वाला आमा टोला रेत घाट, सर्राटी नदी में तहसील कार्यालय के पीछे, खारी घाट, पिपरिया घाट, पनबिहरी, खारी, जाम, बेलगांव, बोरी बल्लारपुर व अन्य सभी घाटों पर इन दिनों में रेत कारोबारियों की नजरें लगी हुई है। यहां निसंकोच होकर रेत के अवैध खनन का अंजाम दिया जा रहा है।
वर्सन
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एमआर रोमडे, थाना प्रभारी