रात भर की मुसलाधार बारिश से उफान पर नदी- नाले
बालाघाटPublished: Sep 16, 2021 08:46:13 pm
लांजी सालेटेकरी, हट्टा लिंगा, लाफरा चिचोली सहित अन्य मार्ग रहे बंदशहर में निर्मित हुई जल प्लावन की स्थितिवार्ड ०२, ०४, ०५, १३ के घरों में भरा घुटने तक पानीबेजा परेशान होते दिखे लोग, घरों से निकाला बारिश का पानी
रात भर की मुसलाधार बारिश से उफान पर नदी- नाले
बालाघाट. जिले में मंगलवार रातभर हुई मुसलाधार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। बुधवार सुबह तक बारिश का दौर चला। इस दौरान बावनथड़ी, सोन नदी सहित छोटे-बड़े डेम व नालों के उपर से जल प्रवाह के नजारे दिखाई दिए। खासकर लांजी से सालेटेकरी, हट्टा से लिंगा, लाफरा से चिचोली सहित अन्य मार्ग कुछ घंटों के लिए बाधित रहे। पुल-पुलियाओं के दोनों ओर बस और अन्य वाहनों की कतारें नजर आई। वहीं लाफरा चिचोली पुलिया पर लोग जान जोखिम में डाल पुलिया पार करते व बहकर आई लकडिय़ों की जुगत करते नजर आए। इन सभी मार्गो में सुरक्षा के कोई इंतजाम नजर नहीं आए। वहीं प्रशासनिक स्तर से भी कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा था। हालाकि करीब दो से तीन घंटे के बाद पानी छटते ही आवागमन सुचारू हो गया था।
इधर मुसलाधार बारिश का असर जिला मुख्यालय के कुछ वार्डो में भी नजर आया। शहर के वार्ड नंबर ०२ गोंविद पैलेस गली, वार्ड ०४, ०५ और १३ सहित अन्य निचले क्षेत्रों में घुटनों तक पानी भर गया था। वहीं वार्ड ४ व १३ के कुछ हिस्से टापू की तरह नजर आए। यहां घरों में बारिश का पानी प्रवेश करने से लोग बेजा परेशान होते और पुर्नवास करते नजर आए। बारिश से कई घरों का गृहस्थी का सामन बर्बाद हो गया। वहीं राशन पानी भी पानी में बह जाने से खासकर बच्चे और महिलाएं बेजा परेशान होते नजर आई। सुबह करीब ६.३० बजे के बाद बारिश कम होने पर बाल्टियों और डब्बों के माध्यम से लोग घरों में घुसे पानी को बाहर निकालते रहे। करीब ८ बजे के बाद नगरपालिका प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया। शहर के हनुमान चौक, वार्ड ४ व १३ के तालाब के समीप इलाकों में पानी निकासी की व्यवस्था बनाई गई। इसके बाद कहीं जाकर वार्डवासियों ने राहत की सांसे ली। इसके अलावा खाली प्लाटों, पिंचा गली, गोंदिया रोड में भी घंटों जलभराव की स्थिति रही। यहां से गुजरने वालों को बेजा परेशानियों का सामना करना पड़ा।