446 जोड़ों की 2 करोड़ रुपए की राशि जनपद में अटकी
बालाघाटPublished: Jul 14, 2019 05:21:01 pm
फाईलों में कैद मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की राशि-विवाह तो करा दिया, गृहस्थी बसाने के लिए नहीं दिया पैसा
446 जोड़ों की 2 करोड़ रुपए की राशि जनपद में अटकी
बालाघाट/कटंगी। मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह, निकाह योजनान्तर्गत मिलने वाली राशि 5 माह का लंबा वक्त गुजरने के बाद एक जोड़ें को भी नहीं मिली है। मामला जनपद पंचायत कटंगी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कोड़बी में फरवरी माह में संपन्न सामूहिक विवाह का है। बताया जा रहा है कि जनपद के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की घोर लापरवाही की वजह से राशि फाईलों में अटकी हुई है। वहीं सामुहिक विवाह में शादी करने वाले जोड़े राशि के लिए पंचायत एवं जनपद कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन इन हितग्राही जोड़ों को कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। सरपंच और सचिव हितग्राहियों के बार-बार राशि संबंधी पूछे जाने सवालों से मानसिक परेशानी का सामना कर रहे हैं। हितग्राहियों ने बताया कि राशि नहीं मिलने की शिकायत सीएम हेल्पलाईन में भी की है। मगर, इसके बाद भी राशि नहीं मिल पा रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार कोड़बी में सामूहिक विवाह के दौरान 446 जोड़े परिणत्र सूत्र में बंधे थे। जिसमें 2 मुस्लिम जोड़ों का निकाह एवं 36 बौद्ध धर्मावलंबियों की शादी तथा 408 जोड़ों का हिन्दू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न हुआ था। कमलनाथ सरकार की घोषणानुसार प्रत्येक जोड़े को 48 हजार और आयोजन समिति को 3 हजार रुपए की राशि वितरीत की जानी थी। ज्ञात हो कि कमलनाथ सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तहत दी जाने वाली 25000 रुपए राशि को बढ़ाकर 51000 रुपए किया है. मगर, अब तक हितग्राहियों को राशि का आवंटन नहीं किया गया है. वैवाहिक जोड़ों की संख्या के मुताबिक सामुहिक विवाह की करीब 2 करोड़ 27 लाख 46 हजार रुपए की राशि जनपद पंचायत की फाइलों में कैद है।
प्राप्त जानकारी अनुसार 25 फरवरी को कोड़बी में सामुहिक विवाह कार्यक्रम का वृहद आयोजन किया गया था। जिसमें हितग्राहियों का धूमधाम से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत विवाह हुआ। विवाह के दौरान विधायक टामलाल सहारे वर-वधु को आर्शीवाद देने के लिए पहुंचे। वहीं उन्होंने हितग्राहियों को संबोधित करते बताया कि योजना के तहत अब 51 हजार की राशि मिलेगी। लेकिन अभी तक हितग्राहियों के खाते में विवाह योजना की रकम नहीं पहुंची है और विधायक इस बात की सुध तक नहीं ले रहे हैं। जबकि राशि नहीं मिलने से हितग्राही परेशान हो रहे है। ज्ञात हो कि सरकार विवाह संपन्न होने के बाद वधु के खाते में गृहस्थी बसाने के लिए राशि सीधे बैंक खाते में जमा कराती है।
इनका कहना है।
मेरे कार्यकाल से पूर्व सामुहिक विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ था। हितग्राहियों को राशि का आंवटन किन कारणों से नहीं हो पाया, इस संबंध में जानकारी लेकर हितग्राहियों के खातों में शीघ्र ही राशि जमा करवाई जाएगी।
देवेश सराठे, जनपद सीईओ