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कर्मचारियों को नहीं दे पा रहा वेतन, कटंगी में बचे 70 कनेक्शन

locationबालाघाटPublished: Mar 19, 2019 03:51:31 pm

Submitted by:

mukesh yadav

1986 से नहीं हुई कर्मचारियों की नियुक्तिबीएसएनएल से ग्राहकों ने बनाई दूरी

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कर्मचारियों को नहीं दे पा रहा वेतन, कटंगी में बचे 70 कनेक्शन

कटंगी। शासकीय उपक्रम भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) काफी समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। आलम यह है कि वह अपने कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं दे पा रहा है। जानकारी अनुसार बीएसएनएल ने तंगी की वजह से करीब 33 सालों से रिक्त पदों पर नई नियुक्तियां ही नहीं की है। बीएसएनएल में पदस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी बताते हैं, साल 1986 से सरकार ने रिक्त पदों पर नई भर्तियां ही नहीं करवाई है तथा गिनती के पदस्थ कर्मचारियों से ही अतिरिक्त कार्य करवा रही है। दरअसल, सरकार ने बीएसएनएल में समय के साथ बदलाव नहीं किया तथा निजी संचार कंपनियों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से बढ़ावा देते रही। लिहाजा ऐसे में बीएसएनएल तंगहाल होता गया। आज स्थिति ऐसी है कि बीएसएनएल का उपयोग शासकीय कार्यालयों एवं चुनिंदा लोगों के द्वारा ही किया जा रहा है। बड़ी संख्या में ग्राहक अन्य कंपनियों के तरफ आकर्षित हो रहे हैं। बीएसएनएल कर्मचारियों की माने तो वह तमाम मांगों को लेकर कई बार आंदोलन और धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। मगर, सरकार का रवैया गंभीर नहीं है,
मात्र 70 कनेक्शन रह गए
क्षेत्र में बीएसएनएल की हालत बहुत ही खराब है। करीब 1 दशक पहले तक जहां बीएसएनएल के सैकड़ों उपभोक्ता हुआ करते थे। अब यह संख्या घटकर मात्र 70 रह गई है। इनमें से अधिकांश कनेक्शन शासकीय कार्यालयों के है। प्राप्त जानकारी अनुसार 60 में 40 ग्राहक ब्राडबेड की सेवा के लिए मजबूरी में बीएसएनएल की सेवा ले रहे हैं। जूनियर इंजीनियर देवेश पंवार बताते हैं कि निजी टेलीकॉम कंपनियां 4-जी सर्विस के माध्यम से व्यापार को आगे बढ़ा रही हैं। मगर, बीएसएनएल की 4-जी सेवा अभी तक नहीं शुरू हो सकी है। ऐसे में उपभोक्ता दूसरी दूरसंचार कंपनी की सेवा ले रहे हैं। 4 जी के युग में बीएसएनएल से 2 जी की सुविधाएं मिल रही है। इस कारण ग्राहकों ने बीएसएनएल से दूरी बना ली है। उन्होंने बताया कि 3 महीने पहले ही 3 जी की सेवा शुरू हो पाई है। उनका मानना है कि जब तक बीएसएनएल 4 जी शुरू नहीं होता तब तक स्थिति चिंताजनक ही रहेगी। बताना जरूरी है कि बीएसएनएल कटंगी में महीने में मात्र 50 हजार का टॉपअप बेच रहा है। जबकि निजी कंपनियां एक दिन में इससे भी अधिक का टॉपअप बेच रही है।
फील्ड एरिया के दर्जनों पद खाली-
दूरभाष केन्द्र कटंगी में फील्ड एरिया कर्मचारियों की बेजा कमी है। कटंगी, तिरोड़ी, नांदी, बोनकट्टा, आगरी, गोरेघाट, महकेपार को छोड़ सभी जगह फील्ड में कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हैं। टेलीकॉम टेक्निशियन पर 1 मात्र व्यक्ति के पदस्थ होने से भारी दिक्कतें आ रही है। विभाग से ही मिली जानकारी अनुसार शहर के भीतर सड़क निर्माण के बाद अधिकांश उपभोक्ताओं ने कनेक्शन कटवा दिए। विभाग की मानना है कि सड़क निर्माण के दौरान जगह-जगह से केबल कट गया था, ऐसे में कर्मचारियों की कमी की वजह से केबल सुधारने में काफी लंबा वक्त लगा। जिससे परेशान होकर उपभोक्ताओं ने बीएसएनएल के कनेक्शन हीं बंद करवा दिए।
कार्यालय बदहाली का शिकार-
नगर के अर्जुननाला रोड पर स्थित बीएसएनएल कार्यालय अब धीरे-धीरे बदहाली का शिकार होने लगा है। लाखों रुपए की लागत से बने इस कार्यालय में उपभोक्ता काउंटर पर बैठने के लिए कर्मचारी नहीं है। इसके अलावा कार्यालय के ठीक पीछे निर्मित आवास भी जर्जर होने लगे है। इस कार्यालय में लाखों रुपए की कीमती सामग्री उपयोग नहीं होने के कारण बर्बाद होने की कगार पर है।
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बीएसएनएल की 4 जी सेवा शुरू नहीं होने से ग्राहकों की संख्या लगातार घटते जा रही है। वर्तमान में मात्र 70 कनेक्शन ही शेष बचे हुए हैं।
देवेश पंवार, जूनियर इंजीनियर

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