एसडीओ ने किया पेयजल पाईप लाइन का निरीक्षण
बालाघाटPublished: Dec 24, 2018 01:14:34 pm
पूर्व विधायक ने मौखिक रूप से कराया था ध्यानाकर्षण
एसडीओ ने किया पेयजल पाईप लाइन का निरीक्षण
चिखलाबांध। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी एनआर डोंगरे ने खैरलांजी मुख्यालय में एमपीआरडीसी द्वारा सड़क किनारे पेयजल आपूर्ति हेतु बिछाए जा रहे पाईप लाईन का निरीक्षण किया। उनके साथ उपयंत्री जितेंद्र काटनगे, नलजल समिति अध्यक्ष ज्ञानी लिल्हारे और अन्य ग्रामीणजन उपस्थित थे। एसडीओ द्वारा एमपीआरडीसी द्वारा किए जा रहे कार्य को संतोषजनक बताया। उन्होंने बताया कि अभी यह एक तरफ से पाईप लाईन बिछाई जा रही है। जिससे घरों में इस पाईप के माध्यम से नल कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके बाद दुसरी तरफ से मेन पाईप लाईन बिछाई जाएगी। इन्होंने बताया कि वर्तमान में 6 किलोग्राम के पाईप बिछाए जा रहे हंै। जो गुणवत्ता में ठीक है। इस बारे में उन्हें 20 दिसम्बर को पूर्व विधायक डॉ योगेंद्र निर्मल का फोन आया था। इसके बाद मीडिया द्वारा इस बारे में ध्यानाकर्षण करवाया गया। निरीक्षण के बाद संबंधित कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार उक्त पाईप लाईन को एमपीआरडीसी द्वारा सड़क निर्माण के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इसके बाद भरी गर्मी में पुरी जनता को पानी के लिए हायतौबा करनी पड़ी। लेकिन सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ होने के कारण मप्र सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया और इस बीच जनता को पीने के पानी के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पूर्व विधायक को हुई थी शिकायत
ग्रामीण ओमकार चिखलोंडे ने बताया कि पाइप लाइन में भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी आने पर विभाग स्वयं जिम्मेदार होंगा। विभाग को चाहिए कि वह कार्य सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए करें। वर्तमान में मेन रोड पर खैरलांजी के बाहर से हॉस्पिटल चौक तक पाईप बिछाने का कार्य किया जा रहा है। सभी को इस बात को लेकर आश्चर्य है कि सड़क कार्य गर्रा से लेकर मोवाड़ तक प्रारंभ होने से लेकर पूर्ण होने तक पूर्व विधायक और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गुणवत्ता को लेकर न ही ठेकेदार को कुछ कहा गया और ना ही एमपीआरडीसी को कुछ कहा गया। जबकि कुछ स्थानों पर उभर आए सड़क के गढ्डे खुद ही गुणवत्ता की पोल खोल रहे हंै।
वर्सन
उक्त कार्य के बारे में पूर्व विधायक डॉ निर्मल से बात होने के बाद मीडिया द्वारा भी मामले को संज्ञान में लाया गया था। इसके बाद हमारे द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया। एमपीआरडीसी द्वारा कार्य संतोषप्रद किया जा रहा है।
एनआर डोंगरे, एसडीओ पीएचई