चुनाव में चप्पे-चप्पे पर रहेगी जवानों की पैनी नजर
बालाघाटPublished: Mar 24, 2019 09:11:32 pm
लोकसभा चुनाव में सुरक्षा के लिए 50 अतिरिक्त कंपनियों की मांग, जिले के करीब तीन हजार जवान भी संभालेंगे सुरक्षा की कमान
चुनाव में चप्पे-चप्पे पर रहेगी जवानों की पैनी नजर
बालाघाट. जिले में आगामी समय में होने वाले लोकसभा चुनाव में जवानों की नजर चप्पे-चप्पे पर रहेगी। खासतौर पर नक्सल प्रभावित और सीमावर्ती क्षेत्रों में ये जवान ज्यादा सक्रिय नजर आएंगे। जिले में शांतिपूर्वक लोकसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए ५० अतिरिक्त कंपनियों की मांग की गई है। इसके लिए प्रशासन की ओर से पत्र भी लिखा गया है। इसके अलावा जिले में अलग-अलग थाना-चौकियों में पदस्थ करीब तीन हजार जवान भी अपनी सेवाएं देंगे।
जानकारी के अनुसार जिले के परसवाड़ा, बैहर, बिरसा, लांजी, किरनापुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में नक्सलियों का मूवमेंट रहता है। हाल ही में लांजी क्षेत्र के छग राज्य के राजनांदगांव सीमा से लगे भावे के जंगल में पुलिस-नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक महिला नक्सली की मौत भी हो चुकी है। इससे स्पष्ट है कि नक्सलियों का मूवमेंट अभी भी बना हुआ है। जिसके चलते प्रशासन ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांतिपूर्वक मतदान कराए जाने के लिए ५० अतिरिक्त कंपनी और दो हेलीकॉप्टर की मांग की है।
सीआरपीएफ की एक कंपनी ने संभाला मोर्चा
मौजूदा समय में जिले में सीआरपीएफ की एक कंपनी ने मोर्चा संभाल लिया है। यह कंपनी अगले दो माह तक लगातार अपनी सेवाएं देगी। कंपनी के जवानों द्वारा जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में एरिया डॉमिनेशन की कार्रवाई, सर्चिंग सहित अन्य कार्य किए जाएंगे। इसके अलावा जिला पुलिस बल, हॉक फोर्स सहित अन्य की भी सेवाएं ली जा रही है।
संवेदनशील मतदान केन्द्र चिन्हित
जानकारी के अनुसार जिले के १६३७ मतदान केन्द्रों में मतदान कराया जाएगा। जिसमें संवेदनशील मतदान केन्द्रों को चिन्हित कर लिया गया है। इन १६३७ मतदान केन्द्रों में से ५९१ केन्द्र क्रीटिकल श्रेणी में रखे गए है। जबकि २३८ केन्द्र नक्सल प्रभावित बूथ है। चुनाव के दृष्टिगत ऐसे बूथों के आसपास वाले क्षेत्रों में सर्चिंग अभियान, स्टेट कॉरिडोर सिलिंग की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी का भी उपयोग किया जाएगा।
सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाई सुरक्षा
जिले के छग राज्य के राजनांदगांव जिले के भावे के जंगल में हुए नक्सली मुठभेड़ के बाद से सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जवानों को हर समय अलर्ट रहने कहा गया है। इधर, लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए जिले के अन्य राज्यों से लगी सीमा क्षेत्र को सील करने की कार्रवाई की जा रही है। मप्र, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है। ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सकें।