नजदीक से बाघ देखकर भौचक रह गए ग्रामीण
कटंगी अंबेझरी के बाद महकेपार में दिखाई दिया बाघ, मासुलखापा के ग्रामीणों के आंगन से गुजरा, बढ़ी दहशत

बालाघाट/महकेपार. जिले के कटंगी क्षेत्र में पिछले करीब पांच दिनों से वन्य प्राणी बाघ की दहशत बनी हुई है। पूर्व में कटंगी के अंबेझरी में तीन दिनों तक लगातार बाघ रहवासी क्षेत्र के नजदीक देखा गया। वहीं रविवार को कटंगी से ही करीब ८ किमी. दूर महकेपार के मासुलखापा में बाघ आ धमका है। रविवार की तड़के सुबह करीब पांच बाघ एक ग्रामीणों के आंगन से होकर गुजरा। जिसे देखकर ग्रामीण भौचक (हक्काबक्का) रह गए। रहवासी क्षेत्रों में हिंसक वन्य प्राणी बाघ की लगातार चहलकदमी से ग्रामीणों की रातों की नींद व दिन चैन उड़ा दिया है। जिससे ग्रामीणों को भी जनहानि होने का भय सताने लगा है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही बाघ को दूर जंगलों में खदेड़े जाने या उसे पकड़कर पेंच नेशनल पार्क में छोड़े जाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि बाघ बीते चार दिनों से अंबेझरी एवं आगरी के आस-पास देखा जा रहा था। इसके बाद वे मासुलखापा में पहुंच गया है। जिससे ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। पूर्व में सूचना पर सीसीएफ धीरेन्द्र भार्गव, डीएफओ देवप्रसाद जे, एसडीओ लक्ष्मीकांत वासनिक मौके का निरीक्षण कर चुके हैं। जिन्होंने वन परिक्षेत्र अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं। लेकिन बावजूद इसके अधिकारियो के प्रयास नाकाफी साबित होते दिखाई दे रहे हैं। इस कारण बाघ व ग्रामीण दोनों को हानि होने की प्रबल आशंका बनी हुई है।
बाघ देखकर सहम गए थे ग्रामीण
मासुलखापा में बाघ को प्रत्यक्ष रूप से देखने वाले ग्रामीणों की माने तो बाघ सुबह करीब पांच बजे घर के आंगन के पास बैठा हुआ था। जो कुछ देर तक बाघ घरों के आसपास ही घूमता रहा। जैसे ही ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी सभी भय के मारे सहम गए। इसके बाद मौके पर फारेस्ट के अधिकारी एस यादव, गोपाल मैराल, भेजन लाल गर्दे और महकेपार चौकी प्रभारी सहर्ष यादव अपने दल के साथ पहुंचे। जिन्होंने पटाखों के माध्यम से बाघ को खदेडऩे का प्रयास किया। इसके बाद मौके पर तिरोड़ी थाना प्रभारी अजय मरकाम पहुंचे। सभी के संयुक्त रूप से प्रयास करने के बाद करीब पांच घंटे की मशक्कत से बाघ को बावनथड़ी नदी की ओर जंगल में खदेड़ा गया।
वर्सन
बाघ को पुलिस व वन विभाग की संयुक्त टीम ने प्रयास कर जंगल की ओर खदेड़ दिया है। हालाहि अब भी ग्रामीणों को अलर्ट रहने कहा गया है। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस भी मौके पर पहुंची थी।
सहर्ष यादव, महकेपार चौकी प्रभारी
पूर्व में हमने मौके का निरीक्षण किया था। अब तक बाघ ने किसी भी ग्रामीणों या उनके मवेशियो को नुकसान नहीं पहुंचाया है। बाघ पेंच से भटककर इस ओर आने की जानकारी मिल रही है। ग्रामीणों को अकेले न निकलने व सावधानी बरतने की नसीहत दी गई है।
धीरेन्द्र भार्गव, सीसीएफ
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