शहरवासियों की सेहत से खिलवाड़नलों से सप्लाई हो रहा मटमैला पेयजलजल शुद्धिकरण के नाम पर औपचारिकताशहर के वार्ड नंबर २ सहित अन्य वार्डो का मामला
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https://fb.watch/da3IJxiNcC/ बालाघाट. शहर की नगरपालिका द्वारा नलों के माध्यम से प्रदाय किए जाने वाला पेयजल दूषित आ रहा है। ऐसा कर नपा द्वारा न सिर्फ जल शुद्धिकरण की औपचारिकता निभाई जा रही है, बल्कि शहर वासियों की सेहत से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। ताजा मामला शहर के वार्ड नंबर दो भटेरा चौकी से सामने आया है। यहां के गोविंद पैलेस गली निवासियों ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से नगरपालिका की पेयजल लाइन से आने वाला पेयजल मटमैला व दूषित आ रहा है। इस कारण वार्डवासी उसे पेयजल के रूप में उपयोग न कर सिर्फ निस्तार के लिए ही उपयोग कर पा रहे हैं। प्लांट में शिकायत करने पर कुछ तो सही से पानी सप्लाई होता, लेकिन फिर वहीं मटमैला पेयजल आना शुरू हो जाता है। हर गर्मी व बारिश के मौसम में इस तरह की शिकायत सामने आती है।
बर्तनों में जम रही गादगोविंद गली के शिक्षक महेन्द्र चौधरी की माने तो उन्होंने शनिवार के दिन नपा की पेयजल पीने के लिए पानी भरा। कुछ देर बाद जब स्टील के बर्तन में उन्होंने देखा तो उसमें कीचडऩुमा गाद बर्तन की पेंदी में जमा दिखाई दी। जिसे देखने के बाद उन्होंने पानी पीना मुनासिब नहीं समझा और पानी को निस्तार के कार्यो में उपयोग लिया। इन्होंने बताया कि उन्होंने पीने के पानी के लिए नरगपालिका से नल कनेक्शन ले रखा है। लेकिन गर्मी और बारिश के मौसम में पानी पीने योग्य सप्लाई नहीं किया जाता है। ऐसे में उन्हें पानी मोल लेकर काम चलाना पड़ता है।
प्लांट से हो रही गड़बड़ीनगरपालिका से जुड़े जानकारों की माने तो दूषित पानी सप्लाई नपा के बूढि़ स्थित फिल्टर प्लांट से होता है। यहां रोटेशन के अनुसार कर्मचारी काम करते हैं। जिनके द्वारा खासकर शाम व रात्रि के समय ड्यूटी पर रहने वाले कर्मचारियों द्वारा जलशुद्धिकरण कार्य में लापरवाही बरती जाती है। परिणाम स्वरूप कुछ वार्डो में दूषित पानी की सप्लाई होती है। जलशुद्धिकरण कार्य में पर्याप्त मात्रा में एलम व फिटकरी का उपयोग नहीं किए जाने से इस तरह की समस्याएं होती है या फिर किसी वार्ड की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से भी इस तरह की समस्याएं सामने आती है। हालाकि शिकायत करने पर पाइप लाइन सुधार कार्य करवा दिया जाता है।
यह भी गंभीर समस्या वार्ड दो में दूषित पेयजल समस्या के अलावा एक और नाली सफाई नहीं होने की समस्या भी है। वार्ड दो गोविंद पैलेस गली निवासी महेन्द्र चौधरी, श्यामादेवी यादव, जेएल बोपचे ने बताया कि उनके घर के सामने जब से नपा की नाली बनी है तब से कुछ विशेष मौकों या फिर किसी जनप्रतिनिधि के पहुंचने पर ही उसकी सफाई हो पाई है। कई नपा के वार्ड सफाई कर्मचारी को उक्त नाली की सफाई किए जाने निवेदन किया गया, लेकिन वह सिर्फ नगपुरे के मकान तक नाली सफाई कर चले जाता है। ऐसे में पूरा मलबा उपरोक्त परिवरों के घरों के सामने बनी नाली में जमा हो रहा है। वार्डवासियों ने इस गंभीर समस्या और कर्मचारी की लापरवाही पर ध्यान दिए जाने व नाली की शीघ्र सफाई करवाए जाने की मांग की है।
वर्सनकिसी वार्ड की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण हो सकता है दूषित पेयजल पहुंचता होगा। प्लांट में नियमानुसार ही शुद्धिकरण का कार्य किया जाता है। हालाकि मै दिखवाता हॅू।
भूषण गुर्दे, प्लांट प्रभारी