क्रिसमस पर्व पर चर्च में की गई विशेष प्रार्थना
बालाघाटPublished: Dec 25, 2022 10:04:25 pm
केक काटकर मनाया गया प्रभु यीशु का जन्मोत्सव
संगीतमय कार्यक्रमों का हुआ आयोजन


क्रिसमस पर्व पर चर्च में की गई विशेष प्रार्थना
बालाघाट. पूरे विश्व को शांति और सद्भाव का पाठ पढ़ाने वाले शांतिदूत प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव पर रविवार को चर्च में विशेष प्रार्थना की गई। शहर के मेथेडिस्ट चर्च, कैथोलिक चर्च में विविध धार्मिक आयोजन हुए।
शहर के बूढ़ी मार्ग स्थित मेथोडिस्ट चर्च में सुबह 9 बजे क्रिसमस आराधना की गई। वहीं केक काटकर प्रभु यीशू मसीह का जन्मोत्सव मनाया गया। रविवार को सुबह चर्च में समाज के बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। सभी ने विशेष प्रार्थना कर देश की खुशहाली, उन्नति व तरक्की की कामना को लेकर एक-दूसरे को बधाई दी। जिसमें बड़ी संख्या में समाज के बच्चें, महिला व पुरुषों ने हिस्सा लिया। इसके पूर्व शनिवार की रात्रि 12 बजते ही मसीही समाज के लोगों ने क्रिसमस का जश्न मनाया। रंग-बिरंगी रोशनी में नहाए गिरजाघरों में विशेष प्रार्थनाएं की गईं। क्रिसमस ट्री सजाई गई। बच्चों, बड़ों और बुजुर्गों ने यीशु के जन्म के गीत गाए। मेथोडिस्ट चर्च के रेव्ह. सुरेश कुमार ने बताया कि प्रभु यीशु के मानवता के लिए दिए गए बलिदान के बारे में बताया। जब पूरा विश्व पाप के अंधकार में डूबा हुआ था, तब प्रभु यीशु मसीह को इस संसार में उद्धारकर्ता के रुप में भेजा। इस कारण पूरा विश्व यीशु मसीह के जन्म दिवस को मनाता है।
माना जाता है कि प्रभु यीशु मसीह का जिस रात उनका जन्म हुआ, उस रात एक अद्भुत तारा पृथ्वी पर चमका था। जो यह संदेश देने आया कि आज इस धरा में एक ऐसे बालक का जन्म हुआ है, जो लोगों को उनके पापों से मुक्ति प्रदान करेगा। प्रभु यीशु मसीह ने कभी नहीं कहा कि वे केवल ईसाइयों के खुदा है। वो सकल मानव जाति के उद्धार के लिए इस धरातल में आए।