विशेष दस्ता शीघ्र होगा मैदान में, नक्सलियों के हौंसले होंगे पस्त
बालाघाटPublished: May 12, 2023 10:25:46 pm
जिले में विशेष दस्ता भर्ती अभियान की प्रक्रिया पूरी
80 आवेदकों को शीघ्र ही दी जाएगी नियुक्ति


विशेष दस्ता शीघ्र होगा मैदान में, नक्सलियों के हौंसले होंगे पस्त
बालाघाट. नक्सली उन्मूलन के लिए विशेष दस्ता शीघ्र ही मैदान में नजर आएगा। विशेष दस्ता के आते ही नक्सलियों के हौंसले पस्त होने लगेंगे। जिले में विशेष दस्ता भर्ती अभियान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। शीघ्र ही चयनित आवेदकों को नियुक्ति प्रदान की जाएगी। चयनित युवक-युवती संबंधित विकासखंड में नक्सल उन्मूलन में लगे जवानों के साथ समांनातर रुप से कार्य करेंगे।
जानकारी के अनुसार विशेष दस्ता भर्ती अभियान के तहत जिले के नक्सल प्रभावित विकासखंडों से करीब 17 हजार आवेदकों ने आवेदन किया था। चयन प्रक्रिया पूरी कर 80 आवेदकों का चयन किया गया है। जिसमें 24 युवतियां शामिल है। इन आवेेदकों की अंतिम चयन सूची जारी होना शेष है। उल्लेखनीय है कि जिले के नक्सल प्रभावित विकासखंडों के लिए यह भर्ती की गई है। पांच विकासखंड परसवाड़ा, बैहर, बिरसा, लांजी और किरनापुर के लिए इन युवाओं का चयन किया गया है। खासबात यह है कि जो युवक या युवती जिस विकासखंड की है, उसी विकासखंड में उन्हें नियुक्ति दी जाएगी।
नक्सलियों का सूचना तंत्र होगा ध्वस्त
विशेष दस्ता के मैदान में आते ही नक्सलियों का सूचना तंत्र ध्वस्त होने लगेगा। नक्सलियों की ग्रामीणों पर पकड़ भी कमजोर होगी। नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाएंगे। नक्सलियों के मूवमेंट पर असर पड़ेगा। दरअसल, विशेष दस्ता में उन्हीं युवक-युवतियां का चयन किया गया है, जो उसी विकासखंड के हैं। जिसके चलते चयनित युवक-युवतियों का न केवल सूचना तंत्र मजबूत रहेगा। बल्कि नक्सलियों के सूचनाएं भी पुलिस को आसानी से मिल सकेगी। जैसा नाम है विशेष सहयोगी दस्ता, वैसा ही चयनित युवा कार्य करेंगे। बालाघाट नक्सल उन्मूलन अभियान में सीआरपीएफ, हॉकफोर्स और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ चयनित युवक विशेष सहयोगी दस्ता के रूप में कार्य करेंगे। विशेष सहयोगी दस्ता से नक्सल उन्मूलन अभियान में अच्छी सफलता मिलेगी।
पांच विकासखंडों में रहता है नक्सलियों का मूवमेंट
जिले के पांच विकासखंडों में नक्सलियों का मूवमेंट रहता है। जिसमें सबसे ज्यादा लांजी, बैहर, बिरसा विकासखंड के सीमावर्ती क्षेत्र शामिल है। इन क्षेत्रों की सीमाएं छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य से लगी हुई है। जिसके चलते नक्सली इन क्षेत्रों को अपनी शरण स्थली बना लेते हैं। हालांकि, नक्सलियों का सफाया करने के लिए जवानों की तैनाती की गई है। लगातार सर्चिंग की जा रही है। इसके अतिरिक्त विशेष सहयोगी दस्ता भी इसमें अपनी सहभागिता निभाएगा। जिससे नक्सलियों की पकड़ कमजोर होगी।
इनका कहना है
विशेष दस्ता भर्ती अभियान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। शीघ्र ही चयनित युवाओं को नियुक्ति आदेश दिया जाएगा। चयनित युवक-युवती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जवानों के साथ नक्सल उन्मूलन कार्य में अपनी सहभागिता निभाएंगे।
-समीर सौरभ, एसपी, बालाघाट