प्रदेश की कमलनाथ सरकार वचनपत्र को नहीं कर रही पूर्ण एक साथ किसानों के आंदोलन को लेकर तैयारियां
बालाघाटPublished: Dec 03, 2019 05:30:15 pm
कांग्रेस सरकार को प्रदेश में काबिज हुए एक वर्ष हो गए। चुनावी घोषणापत्र में किए वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है।
प्रदेश की कमलनाथ सरकार वचनपत्र को नहीं कर रही पूर्ण एक साथ किसानों के आंदोलन को लेकर तैयारियां
बालाघाट. कांग्रेस सरकार को प्रदेश में काबिज हुए एक वर्ष हो गए। लेकिन सरकार चुनावी घोषणापत्र में जनता से किए वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है। भाजपा द्वारा कमलनाथ सरकार को कुंभकरणीय नींद से जगाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सरकार की आंख नहीं खुल रही है। उक्त बातें भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश भटेरे ने पत्रकारों से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में एक साथ किसानों के आंदोलन को लेकर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया है।
इस दौरान बालाघाट जिले के प्रभारी नरेश दिवाकर ने कहा कि भाजपा की शिवराज सरकार के समय किसानों की उपज का वाजिब दाम दिलाया गया। किसानों को बोनस भी मिला। लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है। धान खरीदी प्रारंभ हो गई लेकिन बोनस की घोषणा नहीं की गई है। शिवराज सरकार किसानों के लिए संवदेनशील थी। जिससे प्रदेश के तीन बार कृषि कर्मण पुरस्कार भी मिला। लेकिन कमलनाथ सरकार ने अपने चुनावी वचनपत्र में किसानों का १० दिन में कर्ज माफी का वादा किया था। जो सरकार को बने एक वर्ष हो गया लेकिन २५ प्रतिशत किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ है।
घोषणाओं में विफल हो रही सरकार
प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने घोषणाओं में विफल साबित हो रही है। केन्द्र सरकार पर किसानों का सहयोग नहीं करने का आरोप लगा रही है। प्रदेश के ३२ जिलों में अतिवर्षा से फसलों को नुकसानी हुई है। लेकिन प्रदान सरकार द्वारा कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है। किसानों को २४ घंटे बिजली देने, बेरोजगारी दूर करने व किसान कर्ज माफी का वादा किया था। लेकिन आज बेरोजगार किसान परेशान है। प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ आगामी दिनों में एक साथ पूरे जिले में आंदोलन किया जाएंगा।