कठिन संघर्ष से ही मिलती है सफलता
बालाघाटPublished: Feb 14, 2020 05:47:44 pm
भरवेली और टेकाड़ी ओरमा में क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजनविजेताओं को किया गया पुरस्कृत
कठिन संघर्ष से ही मिलती है सफलता
बालाघाट। कठिन संघर्ष से ही सफलता मिलती है, फिर वह चाहे खेल का मैदान हो या जीवन का संघर्ष। क्रिकेट में आखिरी गेंद तक संघर्ष होता है, जो हमें सिखाता है कि हमें जीवन के अंतिम समय तक संघर्ष कर मंजिल को हासिल करना है। निश्चित ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जरूरत है प्रतिभाओं को अवसर देने और उन्हें आगे बढ़ाने की। मेरा हरसंभव प्रयास होता है कि क्षेत्र की ग्रामीण प्रतिभाओं को अवसर प्रदान कर उसे आगे बढ़ाया जाए। यह बात युवा समाजसेवी राजा लिल्हारे ने समनापुर क्षेत्र अंतर्गत टेकाड़ी ओरमा और भरवेली में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन अवसर कही। इस दौरान उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया।
भरवेली में पटेलबाड़ा क्रिकेट लीग प्रतियोगिता आयोजित की गई। समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि युवा समाजसेवी राजा लिल्हारे उपस्थित थे। जिन्होंने प्रतियोगिता की विजेता कुलदीप के स्टार टीम ने फायनल में अनिश राईडर को हराकर प्रतियोगिता की विजेता होने का गौरव हासिल किया। गौरतलब हो कि मोनु पटेल और अलमास पटेल के प्रयास से अंडर .20 पटेलबाड़ा क्रिकेट लीग टूर्नामेंट के आयोजन में पटेल लायंस, नंदागौली बुल्स, कुलदीप के स्टार, अनीश राईडर, सुहानी ब्रदर्स और गेम चेंजर टीमों ने हिस्सा लिया था। जिसमें तौसीफ खान, सज्जु भाई, मालु, ईश्वरराज, सोनु मड़ावी, मोंटु, जॉकी, लोमन, रवि सहित अन्य सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा।
इसी प्रकार समनापुर क्षेत्र के टेकाड़ी ओरमा में आयोजित टेनिल बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट के 12 फरवरी को खेले गए फायनल मैच में समनापुर ने टेकाड़ी को हराकर फायनल की विजेता होने का गौरव हासिल किया। मुख्य अतिथि राजा लिल्हारे द्वारा विजेता टीम समनापुर को 7001 रुपए नकद एवं उपविजेता टीम को 3001 रुपए नकद राशि एवं ट्राफी देकर पुरस्कृत किया गया। गौरतलब हो कि 1 फरवरी से प्रारंभ टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता में आसपास के क्षेत्र की टीमों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता को आयोजित कराने में समिति अध्यक्ष दयाराम लिल्हारे, उपाध्यक्ष गणेश उईके, रविन्द्र बोहने, अंकुश धामड़े, सदस्य संजय सरवरे, उमेश बनोटे, अनिल लिल्हारे, नेमी बनोटे, सुनिल राऊत, संजीय मस्करे, राज पिछोड़े, लखन बोहने, अनिल नेवारे, संतोष नेवारे, देवराम लिल्हारे, विकास दमाहे, राहुल धामड़े, सुनिल लिल्हारे, विजय बोहने, पवन पिछोड़े, दिनेश पिछोड़े, राघव बाबा, धर्मेन्द्र, रोहित लिल्हारे, लखन बोहने और राज पिछोड़े का सराहनीय योगदान रहा।