ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों का कर रहे सर्वे
अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की टीम पहुंची किसानों के खेत, किसानों ने की शत-प्रतिशत मुआवजा दिए जाने की मांग
ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों का कर रहे सर्वे
लालबर्रा. क्षेत्र में ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने सर्वे किया। इस दौरान जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने किसानों को उचित मुआवजा मिलने का आश्वासन दिया। लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम पंचायत निलजी अंतर्गत आने वाले सभी ग्रामों का पटवारी विशाल शेंडे और जनप्रतिनिधियों द्वारा निरीक्षण किया गया।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र में २० मार्च को आंधी-तूफान के साथ ओलावृष्टि हुई थी। इस प्राकृतिक आपदा से ग्राम पंचायत निलजी सहित उसके ९ टोलों में सैकड़ों किसानों के खेतों में लगी फसल गेहूं, चना, सरसों व अलसी पूरी तरह से खराब हो गई। इस प्राकृतिक आपदा से फसल के खराब होने की सूचना किसान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष शेरसिंह देशमुख, सरपंच प्रतिनिधि मुकेश खरे द्वारा सबंधित विभाग को दी गई। शुक्रवार को राजस्व की टीम द्वारा ग्राम पंचायत निलजी, कट्टीटोला, मरारीटोला, बाजारी चौक, कोसमटोला, महकाटोला, कन्हारटोला, चीतलटोला, नजीमटोला सहित अन्य ग्रामों का भ्रमण कर खेतों में लगी फसलों का जायजा लिया। पीडि़त किसानों की माने तो ओलावृष्टि से उन्हें काफी नुकसान हुआ है।
कृषक अमृतलाल टेंभरे ने का कहना है कि प्रशासन किसानों को शत-प्रतिशत मुआवजा प्रदान करें। महिला कृषक नन्हीबाई बाहेश्वर ने बताया कि ओलावृष्टि से एक एकड़ खेत में लगी चना की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई। जिसके कारण उसे हजारों रुपए की क्षति हुई है। कांग्रेसी नेता शेरसिंह देशमुख का कहना है कि 8-10 ग्रामों में प्राकृतिक आपदा से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अनावरी की पुरानी पद्धति में बदलाव कर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए।
इस दौरान निलजी सरपंच प्रतिनिधि मुकेश खरे, किसान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष शेरसिंह देशमुख, रोजगार सहायक महेश गायकवाड़, कोटवार विनेन्द्र पटले, ग्रामीण इस्माइल मुन्ना पटेल, यासिन खान, प्रहलाद पटेल, महिपाल खरे, बालिकराम बावने, प्रकाश खरे, बस्ताराम मातरे, ब्रजलाल शांडिल्य, यूनुस खान, मानिकराम बिसेन, उदेलाल ग्वालवंशी, अमृतलाल टेंभरे, राजेश पटले, सोहनलाल चन्द्रबेल, नानकराम टेंभरे, योगराज लाडे सहित अन्य मौजूद थे।