20 वर्षों से किए गए अतिक्रमण को प्रशासन ने हटाया
बालाघाटPublished: Oct 16, 2019 08:46:25 pm
एसडीएम ने सामने रहकर कराया कमिश्नर के आदेश का पालन
20 वर्षों से किए गए अतिक्रमण को प्रशासन ने हटाया
बालाघाट. ग्राम पंचायत वारा की महिला सिलाई प्रशिक्षण भवन पर लगभग 20 वर्ष से अवैध कब्जे को आखिरकार प्रशासन ने हटा दिया। एसडीएम की उपस्थिति में राजस्व विभाग द्वारा बेदखली की कार्रवाई की गई। एसडीएम संदीप सिंह और तहसीलदार कन्नोज के साथ राजस्व अमले ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। वहीं सुरक्षा के लिहाज से थाना प्रभारी अनुराग प्रकाश दल-बल के साथ मौजूद रहे।
जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत वारा में वेयर हाउस से लगे अतिक्रमण और पंचायत द्वारा निर्मित भवन को कब्जा मुक्त करने के लिए राजस्व की टीम पहुंची थी। राजस्व अमले ने जेसीबी से मुख्य मार्ग से लगे अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच रिजवान राजा अली, पंचगण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 1998 में तत्कालीन सरपंच वाईकर पारधी के द्वारा अपने भाई केलकर पारधी को स्कूल चलाने के लिए पंचायत द्वारा निर्मित भवन को किराए पर दिया गया था। केलकर पारधी के द्वारा कुछ दिनों तक स्कूल चलाने के बाद शाला को बंद कर दिया गया। ग्रामीणों की माने तो इस भवन पर पिछले १५ वर्षों से लगातार एक ही व्यक्ति और उसके परिजनों द्वारा अतिक्रमण कर कब्जा रखा गया है। वहीं अतिक्रमणकारी द्वारा भवन का उपयोग अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए किया जा रहा है। अनेक बार ग्रामीणों ने कब्जा हटाने की बात अतिक्रमणकारी से कही। लेकिन उन्होंने कब्जा नहीं हटाया। उन्होंने भवन के अलावा 0.421 हेक्टेयर भूमि हड़पने की भी कोशिश की।
सरपंच रिजवान राजा अली ने बताया कि 21 वर्षों की लम्बी लड़ाई के बाद यह भवन और भूमि ग्राम पंचायत को वापस मिली है। बिना किसी वैध दस्तावेज के इस भूमि को अनावेदक द्वारा हड़पने का प्रयास किया जा रहा था। एसडीएम संदीप सिंह ने बताया कि इसके पूर्व कमिश्नर के आदेश का पालन करते हुए बेदखली की कार्रवाई की जा रही थी। उस दौरान अनावेदक केलकर पारधी की ओर से आवेदन देकर दो दिन का समय मांगा था। आवेदन स्वीकार करते हुए उन्हे दो दिन का समय दिया गया था। इसके बाद राजस्व विभाग द्वारा बेदखली और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूर्ण की गई है।