सरेखा फाटक:-
लागत : करीब ८७ करोड़।
लंबाई- 990 मीटर
चौड़ाई-12 मीटर
पांच-पांच मीटर सर्विस रोड
स्थिति- इसका डिजाइन राज्य स्तर पर तैयार हो गया हो गया है। रेलवे बोर्ड डिजाइन फाइनल होना बाकी है। भटेरा चौकी फाटक -
लागत आंकलित नहीं।
लंबाई 500 से 1000 मीटर
चौड़ाई 12 मीटर
दोनों ओर सर्विस रोड, पांच-पांच मीटर।
स्थिति:- इसका सर्वे हो चुका है। भूमि अधिग्रहण में निर्माण से तीन गुना राशि लगेगी, इसलिए पेंच फंसा है। इसे भी बजट में शामिल किया जा चुका है।
लागत : करीब ८७ करोड़।
लंबाई- 990 मीटर
चौड़ाई-12 मीटर
पांच-पांच मीटर सर्विस रोड
स्थिति- इसका डिजाइन राज्य स्तर पर तैयार हो गया हो गया है। रेलवे बोर्ड डिजाइन फाइनल होना बाकी है। भटेरा चौकी फाटक -
लागत आंकलित नहीं।
लंबाई 500 से 1000 मीटर
चौड़ाई 12 मीटर
दोनों ओर सर्विस रोड, पांच-पांच मीटर।
स्थिति:- इसका सर्वे हो चुका है। भूमि अधिग्रहण में निर्माण से तीन गुना राशि लगेगी, इसलिए पेंच फंसा है। इसे भी बजट में शामिल किया जा चुका है।
गर्रा चौकी फाटक-
लागत करीब 40 करोड़।
लंबाई 500 मीटर
चौड़ाई 12 मीटर
दोनों ओर सर्विस रोड पांच-पांच मीटर।
स्थिति- सर्वे हो चुका है। डिजाइन तैयार होना है। बैहर चौकी फाटक-
लागत-आंकलित नहीं।
लंबाई- 500 मीटर
चौड़ाई 12 मीटर
दोनों ओर सर्विस रोड पांच.पांच मीटर।
स्थिति- बजट में शामिल कराने प्रस्तावित।
लागत करीब 40 करोड़।
लंबाई 500 मीटर
चौड़ाई 12 मीटर
दोनों ओर सर्विस रोड पांच-पांच मीटर।
स्थिति- सर्वे हो चुका है। डिजाइन तैयार होना है। बैहर चौकी फाटक-
लागत-आंकलित नहीं।
लंबाई- 500 मीटर
चौड़ाई 12 मीटर
दोनों ओर सर्विस रोड पांच.पांच मीटर।
स्थिति- बजट में शामिल कराने प्रस्तावित।
वर्सन
२०११ की जनगणना में शहर की आबादी लगभग ८५ हजार की थी, जो कि अब एक लाख से भी उपर हो गई है। वाहनों की संख्या भी बढऩे से यातायात का काफी दबाव बढ़ गया है। ऐसे में फाटकों पर ओवर ब्रिज बनना ही चाहिए। अब तक इनके निर्माण को लेकर इमानदारी से पहल नहीं की गई है।
अजय ठाकुर, युवा
२०११ की जनगणना में शहर की आबादी लगभग ८५ हजार की थी, जो कि अब एक लाख से भी उपर हो गई है। वाहनों की संख्या भी बढऩे से यातायात का काफी दबाव बढ़ गया है। ऐसे में फाटकों पर ओवर ब्रिज बनना ही चाहिए। अब तक इनके निर्माण को लेकर इमानदारी से पहल नहीं की गई है।
अजय ठाकुर, युवा
सरकार को ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए बहुत समय मिला। ब्राडगेज निर्माण के समय इनके निर्माण की कार्रवाई शुरू कर देनी थी। अब यह समस्या बेहद गंभीर हो गई है। आम नागरिकों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। कोरोना की वजह से पैसेंजर ट्रेन बंद हैं, वरना इतनी ट्रेनें गुजरती की फाटक ही लगा रहता।
इकबाल एहमद कुरैशी, जागरूक नागरिक
इकबाल एहमद कुरैशी, जागरूक नागरिक
ट्रेनों के गुजरने के दौरान फाटकों पर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस समस्या से छुटकारा के लिए ओवर ब्रिज बेहद जरूरी है। रेलवे बोर्ड और सरकार इस दिशा में गंभरीता अपनाए। ताकि आम जनता को इस समस्या से छुटकारा मिल सकें।
-राजेन्द्र प्रसाद चौबे, समाज सेवी
-राजेन्द्र प्रसाद चौबे, समाज सेवी
फाटक बंद होने पर भीषण गर्मी और बारिश में अवाम को कई यातनाओं का सामना पड़ता है। उनकी तकलीफ को शायद हमारे जनप्रतिनिधि महसूस नहीं कर रहे हैं। इसके लिए हमारे द्वारा अभियान छेड़ा जा रहा है। ओवर ब्रिजों का निर्माण शीघ्रता से होना ही चाहिए।
यूनुस खान, अध्यक्ष हम फाउंडेशन
यूनुस खान, अध्यक्ष हम फाउंडेशन