scriptसालों से मरम्मत के नाम पर लीपा-पोती कर रहा विभाग | The department has been doing lip-smuggling in the name of repair for | Patrika News

सालों से मरम्मत के नाम पर लीपा-पोती कर रहा विभाग

locationबालाघाटPublished: Mar 03, 2020 02:24:31 pm

Submitted by:

mukesh yadav

धसक रही उजाड़बोपली पुलिया

सालों से मरम्मत के नाम पर लीपा-पोती कर रहा विभाग

सालों से मरम्मत के नाम पर लीपा-पोती कर रहा विभाग

कटंगी। मुख्यालय से लालबर्रा की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर पडऩे वाले उजाड़बोपली में चनई नदी में बने पुलिया की स्थिति अब जर्जर हो चुकी है। यह पुल कभी भी धराशाही हो सकता है, बीते कई सालों से पुल की स्थिति नाजुक है, जिसकी विभाग हर बार मरम्मत के नाम पर लीपा-पोती कर रहा है। जबकि ग्रामीण और राहगीर इस की जर्जर पुल के स्थान पर नए पुल बनाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। वर्तमान स्थिति यह है कि यह पुलिया जगह-जगह से दब गया है और इसमें कई जगहों पर दरारें आ चुकी है. पुल पर एक गढ्डा हो चुका है, जिसमें हमेशा खतरा बना रहता है. ऐसे में बड़े तथा छोटे वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है।
यहां से 3 किमी. दूर उजाड़बोपली के ग्रामीणों ने बताया कि हल्की सी भी बारिश के बाद पुल पर मौजूद गढ्डे बारिश के पानी से भर जाते हंै। जिसकी वजह से पुल का फर्श धसकते जाता है। उन्होनें बताया कि अगर इस वर्ष जोरदार बारिश होती तो यह पुलिया टूट कर बह जाता। ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने पुल की दुर्दशा पर जल्द ही गौर करने की मांग की है। बता दें कि इस मार्ग पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में राहगीरों का आना जाना होता है। कटंगी से लालबर्रा जाने के लिए यह सीधा मार्ग है, जिसमें कम समय लगता है। इस कारण इस मार्ग का बड़ी संख्या में राहगीर उपयोग करते हैं। अगर पुल धसक गया तो आवागमन पुरी तरहे से ढप्प हो जाएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि काफी सालों पहले इस पुल का निर्माण हुआ था जो अब क्षतिग्रस्त हो गया है। इस कारण राहगीरों के लिए अब इस पुल से गुजरना लोहे के चने चबाने के समान हो गया है। पुल के बीच का अधिकांश हिस्सा धसने लगा है, यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से भी मांग की है इस पुल का शीघ्र निर्माण करवाया जाए ताकि भविष्य में भी इस मार्ग से सुगमता से आवागमन किया जा सकें।
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