निर्माणाधीन टंकी के पिल्लरों में अभी से नजर आ रहे हैं सुराख
बालाघाटPublished: Oct 14, 2021 09:45:03 pm
करोड़ों की लागत से बनने वाली पानी टंकी का हो रहा है घटिया निर्माणशिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी नहीं दे रहे हंै ध्यान
निर्माणाधीन टंकी के पिल्लरों में अभी से नजर आ रहे हैं सुराख
बालाघाट. केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायतों में आबादी के आधार पर ग्रामीणों के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजना चल रही है। इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पानी टंकी का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसी योजना से विकासखण्ड किरनापुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सेवती में भी करीब 1 करोड़ की लागत से 1 लाख 30 लीटर पानी की क्षमता वाली पानी टंकी का निमार्ण और पाइप लाइन का विस्तारीकरण का कार्य प्रगति पर है। जिसका ठेका लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बालाघाट द्वारा शुभम अग्रवाल को दिया गया है। लेकिन ठेकेदार और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से पानी टंकी निर्माण में घटिया का उपयोग किया जा रहा है। इससे शासन का ेक्षति पहुंच रही है। वहीं भविष्य में टंकी गुणवत्ता सही नहीं होने से उसके ढहने की संभावना भी बनी हुई है।
इस मामले की जानकारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ दीपक कुमार मिश्रा और उपयंत्री अनन्तराम थेरकर को दी गई है लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी द्वारा इस घटिया निर्माण कार्य की जांच नहीं की गई और न ही काम रुकवाया गया। इससे साफ होता है कि इस घटिया निर्माण कार्य में ठेकेदार के साथ अधिकारियों की भी मिलीभगत है।
इनका कहना है
पूर्व में पानी टंकी के घटिया निर्माण कार्य को रुकवाया गया था और उसके बेस का पुन: निर्माण कार्य करवाया गया। लेकिन ठेकेदार द्वारा फिर से वैसा ही कार्य किया जा रहा है।
-जगदीश पांचे, जनपद सदस्य सेवती
ग्राम पंचायत सेवती में पानी टंकी का घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसकी शिकायत विभाग के उच्च अधिकारियों को की जाएगी। ताकि निर्माण कायर्य सही ढंग से हो सकेें।
-बिसन बरेकर, ग्राम प्रधान, ग्रापं सेवती
मुझे जानकारी लगी थी कि ग्राम पंचायत सेवती में पानी टंकी निर्माण कार्य में अनियमितता है जिसे मैंने चेक किया और जो कार्य गलत किया गया था उसे तुड़वाकर काम बंद करा दिया गया है।
-अनंतराम थेरकर, उपयंत्री, पीएचई किरनापुर
पानी टंकी का निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा ठीक नहीं करने की जानकारी मिली थी। अपने स्टाफ के साथ जाकर देखा और काम रुकवा दिया है और ठेकेदार को हिदायत दी गई है की काम बेहतर करे।
-दिलीप कुमार मिश्रा, एसडीओ, पीएचई, लांजी किरनापुर