सरकार की आमद मरहबा की सदाओ से गुंजा शहर
बालाघाटPublished: Oct 09, 2022 10:15:17 pm
शानो शौकत के साथ निकाला गया जुलूस-ए-मोहम्मदी
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ईद मिलादुन्नबी का पर्व


सरकार की आमद मरहबा की सदाओ से गुंजा शहर
बालाघाट. पैगम्बरे इस्लाम हजऱत मोहम्मद साहब की यौमे पैदाइश पर मनाया जाने वाला पर्व जश्ने ईद मिलादुन्नबी रविवार को जिले में मुस्लिम समाज ने हर्षोल्लास के साथ मनाया। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में दिन भर विविध धार्मिक कार्यक्रम होते रहे। मुस्लिम धर्मावलंबियों के सबसे बड़े पर्व में अल सुबह से ही इबादत का दौर शुरू हो गया। घर-घर खीर सहित अन्य मीठे पकवान बनाकर फातिहा दी गई। लोागें ने एक दूसरे को मिठाई बांटकर ईदमिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी।
जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर सुबह 9.45 बजे जामा मस्जिद चौक में इमाम जाहिद रजा साहब ने परचम कुशाई (झंडा वंदन) किया। सलातो सलाम के बाद करीब 10 बजे इस्लामी नारो के साथ जुलूस ए मोहम्मदी शहर गस्त के लिए निकला। जुलूस जामा मस्जिद से अंजुमन शादी हाल, चांदनी चौक, बैहर रोड, शास्त्री चौक होते हुए मरारी मोहल्ला से देवी तलाब, महाराणा प्रताप चौक से नावेल्टी चौक, महावीर चौक, हक्कू शाह बाबा दरगाह के सामने से काली पुतली चौक पहुंचा। इसके बाद जुलूस जयस्तंभ चौक, बूढ़ी चौक से अस्पताल होते हुए रानी अवंती बाई चौक से अंजुमन शादी हाल पहुंचा। जहां सलातो सलाम का नजराना पेश कर देश में अमन, चैन, शांति और आपसी भाईचारे की दुआएं कर जुलूस ए मोहम्मदी का समापन किया। यंग रजा मेमन कमेटी की जानिब में अंजुमन शादी हाल में लंगर-ए-आम का आयोजन किया गया। जहां जुलूस के बाद लंगर का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इसके अलावा नगर के विभिन्न मार्गों में भी जगह-जगह धामिक अनुष्ठानों का आयोजन कर लंगर वितरित किया गया। उल्लेखनीय है कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर नगर में जगह-जगह सजावट की गई थी। सजावट के मुख्य आकर्षण केंद्र बैहर रोड बना रहा। जहां पूरी मुस्लिम बंधुओ द्वारा आकर्षक रुप से सजाया गया था। इसके अलावा मुख्य चौक चौराहों पर तरह-तरह की इस्लामिक चिन्हित आकृतियां बनाई गई।
जगह-जगह हुआ स्वागत
जुलूस ए मोहम्मदी का नगर में जगह-जगह स्वागत हुआ। इस दौरान जुलूस में शामिल धर्मालंबियों ने सरकार की आमद मरहबा सहित अन्य इलामी नारे लगाए। जुलूस में शामिल धर्मालंबियों के साथ-साथ नात खानों ने नात ए रसूल, सलातो सलाम सहित अन्य इस्लामी तरानों की प्रस्तुतियां दी।