scriptचलती का नाम गाड़ी बनी ग्राम पंचायत मानपुर | The name of the moving vehicle became Gram Panchayat Manpur | Patrika News
बालाघाट

चलती का नाम गाड़ी बनी ग्राम पंचायत मानपुर

दो वर्षो से बगैर रोजगार सहायक के चलाया जा रहा काम, ग्रामीण परेशान

बालाघाटJul 11, 2021 / 11:54 am

mukesh yadav

चलती का नाम गाड़ी बनी ग्राम पंचायत मानपुर

चलती का नाम गाड़ी बनी ग्राम पंचायत मानपुर

लालबर्रा. ग्रामीणों की आजीविका सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रारंभ राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 के तहत पंचायत स्तर पर ग्राम रोजगार सहायकों की नियुक्ति की गई। ताकि शासकीय योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों को मिल सके। लेकिन जनपद अंतर्गत मानुपर एक ऐसी पंचायत है, जहां वरिष्ठ जनप्रतिनिधि होने के बावजूद भी विगत दो वर्षो से रोजगार सहायक नहीं है। सारा का सारा कार्य सचिव के मत्थे मढ़ दिया जाता है। साथ ही छोटे से छोटे कार्य हेतु ग्रामीणों को परेशान होना पड़ रहा है।
गौरतलब हो कि उक्त पंचायत में रोजगार सहायक के रूप में महेश गायकवाड़ की नियुक्ति हुई थी। कुछ साल सेवाएं देने के बाद उन्हें ग्राम पंचायत निलजी का प्रभार सौंपा गया। इसके बाद उन्होंने गांव की तरफ मुड़कर देखा नहीं, पंचायत में जीआरएस का पद रिक्त होने पर सुकचंद शराणागत को मानपुर का जीआरएस बनाया गया। लेकिन वे दो साल पूर्व एक मामले में निलंबित हो गए। तब से मानपुर पंचायत चलती का नाम गाड़ी हो गई और बगैर रोजगार सहायक के संचालित हो रही है। ग्रामीणों को समग्र आईडी, मस्टररोल, जीओ टेकिंग, मनरेगा सहित अन्य छोटे-छोटे कार्यो के लिए सचिव का इंतेजार व परेशान होना पड़ रहा है।
इनका कहना है-
रोजगार सहायक के ना होने से ग्रामीणों को समग्र आई, मजदूरी राशि चेक करने सहित अन्य कार्यो के लिए ऑनलाइन सेंटर जाना पड़ता है, जहा पैसा व समय दोनों बर्बाद हो रहा है। हमारी मांग है, कि जल्द से जल्द ग्राम में जीआरएस की नियुक्ति की जाए।
अनिल बनवाले, पंच
उच्चाधिकारीयों को लेटर के माध्यम से अवगत करवाया जा चुका है, अब तक कोई कार्रवाई नही हुई है। जीआरएस के ना होने से अन्य दूसरे कार्य प्रभावित होते हंै, इसके लिए एक नीजि ऑपरेटर को बुला लिया जाता है।
मुनेश्वर गिरी, सचिव मानपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो