scriptगड्ढों में हिचकोले खा रही जनता | The public is hesitating in the pits | Patrika News

गड्ढों में हिचकोले खा रही जनता

locationबालाघाटPublished: Aug 03, 2019 04:55:03 pm

Submitted by:

mukesh yadav

नेता और अफसर नहीं ले रहे सुध-

jarjar sadak

गड्ढों में हिचकोले खा रही जनता

कटंगी। शहर के अति व्यस्ततम मुख्य मार्ग पर इन दिनों बारिश के बाद चलना मुश्किल हो गया है। बस स्टैंड से लेकर सिनेमा चौक करीब आधा किमी. का मार्ग बुरी तरह से जर्जर हो चुका है। इस मार्ग पर अब कहीं भी सड़क नहीं बची है। राहगीर गड्ढों के बीच सफर करने को मजबूर है। यहीं हाल वारासिवनी रोड पर जाम नाले तक का भी है। दरअसल, कटंगी सिनेमा चौक से वारासिवनी 30 किमी. का सड़क मार्ग विभागीय उदासीनता के चलते अब तक नहीं बन पाया है। वैसे तो इस मार्ग के निर्माण को करीब 3 साल पहले स्वीकृति मिली थी और निर्माण कार्य भी प्रांरभ हुआ था, लेकिन निर्माण एजेंसी अधर में ही काम लटका कर चली गई है। इसके बाद से आज तक निर्माण कार्य प्रांरभ नहीं हो पाया है। अब इस सड़क की हालत कुछ ऐसी है कि हर एक कदम पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे उभर आए हैं। जिसमें बारिश का पानी जमा हो गया है। जिससे सड़क के गड्ढे समझ नहीं आ रहे हैं तथा आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। शहर में तो हालात बद से बदत्तर हो चुकी है। मुख्य मार्ग के किनारे दुकानों का संचालन करने वाले दुकानदार अपनी तथा ग्राहकों एवं राहगीरों की सहूलियत के लिए मलबा डाल कर गड्ढों को पाट रहे हैं।
मरम्मतीकरण की मांग
क्षेत्र एवं नगर की जनता कटंगी से वारासिवनी सड़क के नवनिर्माण की उम्मीद लगभग छोड़ चुकी है। लेकिन काफी लंबे अर्से से आवागमन के लिहाज से मरम्मत कराने की मांग लगातार कर रही है। लेकिन मांग अनसुनी करने से सड़क के गड्ढों में बेकसूर जनता आफत के हिचकोले खाने को विवश है। उक्त सड़क मार्ग जिला मुख्यालय बालाघाट को जोड़ते हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र से व्यापार के दृष्टिकोण से भी यह अति महत्वपूर्ण मार्ग है। जिले की जनता वारासिवनी से कटंगी बोनकट्टा के रास्ते सीधे महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर से जुड़ता है। ऐसा कहा जा सकता है कि यह मार्ग महाराष्ट्र से जुडऩे के लिए सेतु का काम करता है। बहरहाल, मार्ग की जर्जर हालत होने की वजह से आवागमन काफी कम हो गया है। जिसका व्यापक असर व्यवसाय पर भी पड़ा है।
ताजुब की बात तो यह है कि यहां के जनप्रतिनिधियों का भी अकसर कटंगी आना-जाना लगा रहा है। वह भी इस सड़क की दुर्दशा से भली-भांति वाकिफ है। जनता अकसर सड़क का दुखड़ा उन्हें सुनाते भी रहती है। लेकिन वे सड़क के गड्ढों को लेकर चुप्पी साधे हुएं है। आज विधानसभा चुनाव को 8 माह पूरे हो चुके हैं। लेकिन जनप्रतिनधि अपने वादों और दावों के मुताबिक काम करने नजर नहीं आ रहे है। जिससे जागरूक जनता में रोष है। जनता विभागीय अफसरों और नेताओं से जर्जर सड़क की आवागमन के लिहाज से मरम्मत कराने की पुरजोर मांग कर रही है।
वर्सन
टीएल की बैठक में सड़कों की जानकारी ली जाएगी। यदि विभागीय कार्यवाही की वजह से सड़कों का निर्माण रूका हुआ होगा तो समीक्षा कर मरम्मतीकरण कराया जाएगा।
दीपक आर्य, कलेक्टर
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