scriptकटेधरा से नवेगांव पहुंच मार्ग हुआ जर्जर | The route to Navegaon from Kathedhara was dilapidated | Patrika News

कटेधरा से नवेगांव पहुंच मार्ग हुआ जर्जर

locationबालाघाटPublished: Nov 13, 2019 09:14:09 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

ग्रामीणों को आवागमन में हो रही परेशानी

कटेधरा से नवेगांव पहुंच मार्ग हुआ जर्जर

कटेधरा से नवेगांव पहुंच मार्ग हुआ जर्जर

बालाघाट. कटंगी क्षेत्र में कटेधरा से नवेगांव तक पहुंच मार्ग काफी जर्जर हो चुका है। जिसके कारण ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विडम्बना यह है कि यह मार्ग विधायक के गृहग्राम को भी जोड़ता है। विधायक इसी मार्ग से आवागमन भी करते हैं। बावजूद इसके उन्होंने इस मार्ग की जर्जरता की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण समस्या जस की तस बनी हुई है। इधर, विधानसभा क्षेत्र कटंगी-खैरलांजी क्षेत्र में विधानसभा चुनाव को करीब वर्ष बीतने के बाद भी कोई बड़ी घोषणा या खुशी नहीं आई है। जबकि चुनाव के दौरान नेताओं ने बड़़े-बड़े वादे किए थे। क्षेत्रीय विधायक ने अपने एक साल के कार्यकाल में जनता को कोई बड़ी उपलब्धि नहीं दिलवाई है। वह भी तब जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। दरअसल, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने से जनता को विधायक से काफी सारी उम्मीदें थी। लेकिन विधायक अपने एक साल के कार्यकाल में जनता की किसी भी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके। क्षेत्र की आवाम तो दूर विधायक के गृहग्राम नवेगंाव की जनता भी उनके इस एक साल के कार्यकाल से नाखुश है।
जानकारी के अनुसार कटेधरा से नवेगांव के रास्ते सीधे जराहमोहगांव मार्ग जुड़़ता है। जिसके चलते तिरोड़ी से बालाघाट की ओर सफर करने वाले मुसाफिर इस रास्ते का उपयोग करते है। जिसकी हालत बहुत ही खराब है। नवेगांव में तो सड़क पूरी तरह से बदहाल होकर अपनी दुर्दशा पर आंसु बहा रही है। मगर, ना तो इस सड़़क की मरम्मत की जा रही है ना ही नवनिर्माण किया जा रहा है। नवेगांव के ग्रामीणों का कहना है कि विधायक इस मार्ग से प्रतिदिन आना-जाना करते है। जब नेता ही कोई सुध नहीं ले रहे है तो फिर कोई क्यों चिंता करेगा। उधर, दूसरी तरफ कटंगी से वारासिवनी सड़क की हालत को लेकर भी जनता में काफी आक्रोश है। इस सड़क का अब तक टेंडर ही जारी नहीं हुआ है। गौरतलब हो कि विधायक ने अपने 11 महीने के कार्यकाल में कटंगी से वारासिवनी सड़क की बदहाली को लेकर सार्वजनिक रुप से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है। जिससे यह बात साबित हो कि वह जनता की तकलीफों के प्रति चिंतित हो। इधर, राज्य सरकार ने किसानों से कर्ज माफी का जो वादा किया था वह आज भी अधूरा है। लेकिन विधायक जो स्वयं एक किसान है वह भी अपने किसानों का दर्द नहीं समझ रहे है। क्षेत्र में किसान और आमजन के लिए कई मुश्किले बढ़ी है। पूर्व में प्रदेश में भाजपा सरकार तथा भाजपा के विधायक रहते जो कार्य स्वीकृत हुए या प्रगतिरत थे वही कार्य हुए है।
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