एक ही रायल्टी से अनेक बार कर रहे थे रेत का परिवहन
बालाघाटPublished: May 11, 2019 08:20:19 pm
आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टरों को किया जब्त, रेत के अवैध खनन, परिवहन पर नहीं लग पा रहा है अंकुश, मुंडेसरा रेत घाट का मामला
एक ही रायल्टी से अनेक बार कर रहे थे रेत का परिवहन
बालाघाट/किरनापुर. एक रायल्टी और उससे अनेक बार रेत का परिवहन। बेखौफ होकर रेत माफिया इस कार्य को अंजाम दे रहे है। यह कार्य किसी एक दिन नहीं बल्कि रोज किया जा रहा है। जिससे विभाग को राजस्व की क्षति हो रहा है। सूचना मिलने पर राजस्व अमले ने मौके पर पहुंचकर आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टरों को जब्त भी किया है। मामला किरनापुर क्षेत्र के मुंडेसरा रेत घाट का है। इस रेत घाट में रोजाना शाम के वक्त खनन और परिवहन का कार्य हो रहा है। लेकिन प्रशासन इस पर रोक नहीं लगा पा रहा है।
जानकारी के अनुसार किरनापुर थाना अंतर्गत मुंडेसरा रेत घाट पर शुक्रवार की शाम 7 से 8 बजे के बीच राजस्व अमले ने छापामार कार्रवाई की। इस दौरान रेत का खनन कर उसका परिवहन करने के मामले में आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टरों को जब्त किया गया। जिसमें से केवल ट्रैक्टर क्रमांक एमएच 35 6592, एमएच 35 6121 को ही थाना लाया गया। वहीं शेष वाहन मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। रेत से भरे इन वाहनों को जब्त करने की कार्रवाई तहसीलदार किरनापुर प्रीति चौरसिया द्वारा की गई। इधर, रेत उत्खनन कर परिवहन कर रहे ट्रेक्टर पर कार्रवाई के संबंध में जानकारी चाहने पर राजस्व के अधिकारी भी बचते नजर आए। बताया गया है कि 6 से 7 ट्रेक्टर प्रशासनिक अमले के ढीलाई और ग्रामीणों के आरोप के चलते थाना नहीं पहुंच पाए।
रायल्टी का समय था अलग
जानकारी अनुसार जिन ट्रैक्टरों को मुंडेसरा रेत घाट से जब्त किया गया था, उनमें रायल्टी का समय अलग था। कुछ ऐसे भी ट्रैक्टर थे जो एक ही रायल्टी पर रेत का परिवहन कर रहे थे। इस घाट पर रोजाना इस तरह का कार्य किया जाता है, लेकिन यहां रेत माफिया को रोकने वाला कोई नहीं होता है। मुंडेसरा में बड़े पैमाने पर रेत का खनन और परिवहन का कार्य हो रहा है। लेकिन महाराष्ट्र राज्य की सीमा से लगा होने के कारण यहां पर प्रशासनिक अधिकारी समय पर मौके पर नहीं पहुंच पाते हैं।
इनका कहना है
मेरे द्वारा मुंडेसरा रेत घाट से 8 से 10 ट्रेक्टरों को जब्त किया गया है। जिसमें कुछ ट्रेक्टरों की रायल्टी उस समय की नहीं थी। जबकि कुछ ट्रैक्टर एक ही रायल्टी पर दो से तीन रेत का परिवहन कर रहे थे।
-प्रीतिरानी चौरसिया, तहसीलदार, किरनापुर