कच्ची शराब पकडऩे पहुंची आबकारी टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला
बालाघाटPublished: Dec 20, 2018 08:28:14 pm
एक सिपाही गंभीर रुप से घायल, नागपुर में चल रहा उपचार, सरकारी वाहन को भी किया क्षतिग्रस्त, पंचनामा कार्रवाई के दस्तावेज फाड़े, जब्त शराब को किया नष्ट, लिंगापौनार के टोले की घटना
कच्ची शराब पकडऩे पहुंची आबकारी टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला
कटंगी/बालाघाट. जिलाधिकारी द्वारा प्रवर्तन कार्य को लेकर दिए गए निर्देश के बाद अवैध कच्ची शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने के लिए लिंगापौनार से सटे एक मझरे टोले में पहुंची आबकारी विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में एक आरक्षक लखन चौधरी गंभीर रुप से घायल हो गया। जिसका नागपुर में उपचार चल रहा है। इस घटना के बाद आबकारी निरीक्षक राजेश सिंघल ने ग्रामीणों के खिलाफ तिरोड़ी थाने में नामजद रपट दर्ज कराई है। वहीं ग्रामीण महिला रायवंती, निर्मला, धुरपता, कलाबाई, संगीता उइके, बेबीबाई पन्द्रे, जायत्री बाई, रविना, लीलाबाई ने भी आबकारी पुलिस की शिकायत की है। आबकारी निरीक्षक की रपट पर पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ धारा 353, 332, 323, 294, 506, 427, 147, 149 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम करीब साढ़े 6 बजे आबकारी विभाग की टीम सुकमन के घर छापामार कार्रवाई करने के लिए पहुंची थी। टीम ने मौके से करीब 50 लीटर से अधिक शराब भी पकड़ी। लेकिन जब कागजी कार्रवाई पूरी कर रही थी तभी सुकमन के बेटे और उसके साथी संदीप पन्द्रे सहित अन्य लोगों ने आबकारी पुलिस के साथ जमकर मारपीट की। इस मारपीट में आरक्षक लखन चौधरी गंभीर रूप से घायल हुआ। जिसका सरकारी अस्पताल कटंगी में प्राथमिक उपचार करवाया गया। जहां से घायल को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। जिला चिकित्सालय में हालत को देखते हुए नागपुर रेफर किया गया।
आबकारी निरीक्षक ने बताया कि जिस वक्त छापामार कार्रवाई हुई उस दौरान आरोपी का बेटा घर पर मौजूद नहीं था। कागजी कार्रवाई के दौरान वह अपने साथी संदीप के साथ घर आया और आरक्षकों से पूछताछ करते हुए हुड़दंग करने लगा। जिसके बाद आसपास के 10-12 लोग मौके पर जमा हो गए। संदीप पन्द्रे ने किसी अज्ञात व्यक्ति को फोन लगाकर कार्रवाई की जानकारी दी। जिसके बाद उसी व्यक्ति ने ही ग्रामीणों को मारपीट के लिए उकसाया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बैलगाड़ी की उभारी निकाली और वाहन में सवार आरक्षकों से मारपीट शुरू कर दी। सरकारी वाहन को क्षतिग्रस्त किया। यह देखकर वाहन चालक 4 आरक्षक व 2 स्वतंत्र साक्षी को लेकर भागने लगा। तब ग्रामीण मेरी व आरक्षक के तरफ दौड़े। कागजी कार्रवाई छोड़ी और भागने लगे। भागते-भागते आरक्षक गिर गया तो ग्रामीणों ने उसे मौके पर ही मारपीट की। उन्होंने बताया कि वह भागते हुए एक घर में जा छिपे जहां से पुलिस को सूचना दी जब मौके पर पुलिस पहुंची। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने दस्तावेज व शराब को नष्ट कर दिया।