scriptपानी में बह गई भ्रष्टाचार की दीवार, जांच करने पहुंचे तहसीलदार | The wall of corruption flowing into water the tehsildar approached to investigate | Patrika News

पानी में बह गई भ्रष्टाचार की दीवार, जांच करने पहुंचे तहसीलदार

locationबालाघाटPublished: Aug 13, 2017 08:43:00 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम पंचायत बांदरी के पांजरा नाला में पंचायत द्वारा तैयार की गई दीवार जहां पहली ही बारिश में बह गई।

The wall of corruption flowing into water

पानी में बह गई भ्रष्टाचार की दीवार

बालाघाट. लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम पंचायत बांदरी के पांजरा नाला में पंचायत द्वारा तैयार की गई दीवार जहां पहली ही बारिश में बह गई। वहीं इस दीवार के निर्माण होने के बाद समीपस्थ किसान ने उक्त स्थान से आवागमन का रास्ता ही रोक दिया। जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इधर, रविवार को इस मामले की जांच करने के लिए लालबर्रा तहसीलदार लालदास मडावी मौके पर पहुंचे थे। हालांकि, रविवार को मामले की जांच नहीं हो पाई।
मई-जून माह में बनी थी दीवार
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा योजना के तहत लाखों रुपए की लागत से पांजरा नाले में वाल का निर्माण किया गया है। इस वाल का निर्माण जून माह में पूरा किया गया है। लेकिन पहली ही बारिश में इस वाल का कुछ हिस्सा पानी में बह गया। जबकि कुछेक स्थान से वाल तिरछी हो गई है। इधर, पंचायत द्वारा वॉल निर्माण किए जाने के बाद समीपस्थ किसान धरम सिंह उइके ने वहां से आवागमन करने वाले रास्तेे को ही बंद कर दिया। ग्रामीणों ने जहां वॉल का घटिया निर्माण करने तो सरपंच ने किसान द्वारा आवागमन का रास्ता बंद कर दिए जाने की शिकायत की थी। जिसकी जांच करने के लिए रविवार को लालबर्रा तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे। लेकिन पीडि़त कृषक द्वारा रास्ता नहीं खोलने की जिद पर अड़ा रहा। जिसके चलते तहसीलदार ने सीमांकन करने के आदेश आरआई को दिए हैं। सीमांकन होने के बाद ही आवागमन करने के रास्ते के बारे में स्पष्ट हो पाएगा।
२५-३० वर्षों से हो रहा था आवागमन
ग्रामीणों के अनुसार उक्त स्थान से पिछले २५-३० वर्षों से आवागमन किया जा रहा था। लेकिन पंचायत द्वारा वॉल का निर्माण किए जाने के बाद से उक्त मार्ग को कृषक द्वारा बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को मवेशियों के ले जाने में काफी परेशानी हो रही है।
निर्माण कार्य की जांच की मांग
ग्रामीण खगलाल ठाकरे, भोजराम गौतम, डीलेश्वर ठाकरे, भोजराम शरणागत, मेघराज उइके, श्रीराम उइके, जियालाल गौतम, व्यंकट राहंगडाले, नंदलाल हरिनखेड़े सहित अन्य ने नाले में तैयार की गई वाल के निर्माण कार्य की जांच किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वॉल का निर्माण कार्य गलत ढंग से गुणवत्ताहीन किया गया है। जो निर्माण के महज कुछ दिनों में ही पानी में बह गई।
कृषि भूमि को बचाने रास्ता रोक
सरपंच द्वारा नाले में दीवार का कार्य गलत तरीके से किया है। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। जिसके कारण वह गिर गई। इस वजह से उसके हक की कृषि भूमि प्रभावित हो रही है। कृषि भूमि को बचाने के लिए उन्होंने रास्ता रोक दिया है।
-धरम सिंह उइके, पीडि़त कृषक
कृषक द्वारा रास्ता रोक दिया गया था। जिसकी जांच करने तहसीलदार पहुंचे थे। किसानों की सुविधा के लिए वाल का निर्माण किया गया था। जिस स्थान पर कृषक को आपत्ति है, उसके आगे की भूमि पर वॉल का निर्माण किया जाएगा।
-हेमलता क्षीरसागर, सरपंच
मौके का सीमांकन किया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। कृषक को धारा ४८ के तहत नोटिस दिया जाएगा।
-लालसिंह मडावी, तहसीलदार
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