नेकी की दीवार ने नक्सल प्रभावित वन ग्राम कुआंघोंदी में ग्रामीणों को कम्बल वितरण किया।
बालाघाट. नेकी की दीवार ने नक्सल प्रभावित वन ग्राम कुआंघोंदी में ग्रामीणों को कम्बल वितरण किया। नेकी की दीवार के सदस्य युनुस खान पप्पा भाई ने बताया कि कुंआघोदी घने जंगल में बसा हुआ आदिवासी ग्राम है। जहां करीब आधा सैकड़ा परिवार बैगा जाति के है। जिन्हें कम्बल का वितरण कर उनके जीवनशैली के बारे में जानकारी ली गई।
इस अवसर पर समाजसेवी संतोष कुमार असाटी, पूरनसिंग भाटिया द्वारा ५० कम्बलों का वितरण किया गया। इसके अलावा बच्चों को कपड़ा व अन्य सामग्री का वितरण भी किया गया। इस दौरान नेकी की दीवार के पदाधिकारी कृष्णा मिश्रा, ज्ञानचंद चोपड़ा, गोपाल श्रीवास्तव, युनूस खान, शशी पुरोहित, चीनू जैन, सालेहा खान, केके चैनानी, कविता शुक्ला, राहुल असाटी, रमजान खान, समता असाटी, सरपंच बस्तरसिंह पन्द्रे, कुआंघोंदी के पुजारी मानसिंग मड़ावी सहित दो सैकड़ा ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में हो रहा भागवत कथा का आयोजन बालाघाट. स्थानीय भटेरा चौकी स्थित गोविन्द पैलेस के समीप शिवालय
मंदिर की स्थापना की गई है। मंदिर में 5 फरवरी को भगवान शिव-पार्वती की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएंगी। इस दौरान नगर में सुबह शिव-पार्वती प्रतिमा की शोभायात्रा निकलेगी।
शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्ग बस स्टैण्ड, कालीपुतली चौक, राजघाट चौक, सुभाष चौक,
हनुमान चौक होते हुए पुराने राम मंदिर से शिवालय मंदिर पहुंचेगी। जहां पर भगवान
शिव और पार्वती की प्रतिमा का पुरीहितों के द्वारा पूरे विधि-विधान से प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
इस अवसर पर 1 फरवरी से वृदांवन से आए यज्ञाचार्य व कथावाचक पंडित अमित
कृष्ण शास्त्री द्वारा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा का बखान किया जाएगा। इसके तहत 3 फरवरी को कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जन्म व उनकी बाल लीला का बखान किया। इस संबंध में आयोजक मनोज नेमा ने बताया कि उनके पिता स्व. गोविंद नेमा और स्व. शारदा नेमा के याद में श्रीमद् भागवत कथा आयोजन किया गया। उनकी प्रेरणा से शिवालय मंदिर की स्थापना की गई है। जिसमें वर्तमान में शिव-पार्वती के साथ लक्ष्मी नारायण, दुर्गा माता, सांई बाबा, गणेश जी एवं हनुमान जी की भी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है।