scriptआसमान पर छाई रही बदली, कहीं रिमझिम तो कहीं हुई तेज बारिश | There was a change in the sky, drizzle and there was heavy rain somewh | Patrika News

आसमान पर छाई रही बदली, कहीं रिमझिम तो कहीं हुई तेज बारिश

locationबालाघाटPublished: Jan 14, 2022 10:18:15 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

किसानों के माथे पर चिंता, फसलों को हो सकता है नुकसान15 लाख क्विंटल से अधिक धान खुले में भंडारित

आसमान पर छाई रही बदली, कहीं रिमझिम तो कहीं हुई तेज बारिश

आसमान पर छाई रही बदली, कहीं रिमझिम तो कहीं हुई तेज बारिश

बालाघाट. जिले में मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली है। शुक्रवार को पूरे दिन जहां आसमान पर बदली छाई रही। वहीं दोपहर बाद कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हुई। खासतौर पर शहरी क्षेत्रों में दोपहर बाद रिमझिम बारिश का दौर रहा। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में तेज बारिश भी हुई। इधर, बारिश होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौसम में बदलाव से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे स्पष्ट नजर आ रही है। फसलों के खराब होने की संभावना बनी हुई है। वहीं समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदे गए धान का परिवहन नहीं हो पाने से १५ लाख क्विंटल से अधिक धान खरीदी केन्द्रों में खुले में भंडारित है। जिसके कारण इस धान के भी खराब होने की संभावना बनी हुई है।
मौसम के परिवर्तन की वजह से ठंडी हवाओं ने भी नगर ही नहीं अपितू जिले को अपने आगोश मेें ले लिया। जिसकी वजह से आम जनमानस को तरह-तरह की परेशानी का सामना भी करना पड़ा। विशेषकर ठंडी हवाओं से लोगों को कांपते हुए भी देखा गया।
खरीदी केन्द्रों में खुले में भंडारित धान होगी खराब
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है। लेकिन परिवहन की गति धीमी होने के कारण केन्द्रों में धान खुले में भंडारित है। जानकारी के अनुसार अभी तक ४३ लाख क्विंटल से अधिक की धान की खरीदी की जा चुकी है। जिसमें से २८ लाख ७७ हजार क्विंटल से अधिक धान का ही परिवहन हुआ है। शेष धान खरीदी केन्द्रों में ही भंडारित है। ऐसे में शुक्रवार को हुई बारिश से खुले में भंडारित धान के खराब होने की संभावना बनी हुई है। हालांकि, दिन भर से आसमान में बदली छाए रहने और मौसम विभाग की चेतावनी के चलते अनेक केन्द्रों में खुले में भंडारित धान को पॉलिथिन के सहारे ढक दिया गया था। लेकिन कुछेक केन्द्रों में यह व्यवस्था नहीं हो पाई थी।
किसानों को दी सलाह
तापमान में होने वाली गिरावट के भाव से बचाव के लिए रात के समय मवेशी, नवजात बछडे, मेमने को छतवाले बाडे में और ठंड से बचाव के लिए फर्श पर पैरा का गहरा बीछावन बिछाएं। इसी तरह कुक्कट में कृत्रिम प्रकाश की व्यवस्था करें। मुर्गीशाला की बिछाली गिला होने पर समय से पलट दें और इसे सुखाने के लिए चूना का भुरकाव करें। अगर तापमान कम हो और पोल्ट्री में नुकसान हो रहा हो तो वहां 100 वर्ग फिट में 100 वाट का बल्ब लगाने की सलाह दी जाती है। ताकि मुर्गियां सुरक्षित रहे। अधिक सर्दी वाले दिनों में पाले से बचाव से लिए फसलोंं में स्प्रिंकलर के माध्यम से हल्की सिंचाई करें थायों यूरिया की 500 ग्राम मात्रा का 1000 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें अथवा 8 से 10 किलोग्राम सल्फर पाउडर प्रति एकड़ का भुरकाव करें। रबी की फसलों में जमा पानी की निकासी करें। चने के फसल में फली भेदक इल्ली का प्रकोप हों सकता है। इसकी रोकथाम के लिए चने के खेत में अंग्रेजी के टी आकार की १८-२० खूंटी पति एकड़ की दर से गाड़ देवे।
आज भी हल्की बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल से कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव बालाघाट को प्राप्त 5 दिवसीय मध्यम श्रेणी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार जिले में १६ जनवरी को भी हल्की वर्षा के साथ मध्यम बादल रहने की संभावना है। सापेक्ष आद्रता 64 से 93 प्रतिशत रहने ने की संभावना है। अधिकतम तापमान 21 से 25 डिग्री सेलिसियस तथा न्यूयनतम तापमान 9 से 10 डिग्री से सेलिसियस और हवा की गति 5.6 से 7.9 किलोमीटर प्रति घंटे दक्षिण पूर्व रहने ने की संभावना है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो