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बगैर अनुमति के जंगल में केबल विस्तार मामले में फिर तीन कर्मचारियों पर गिरी गाज

locationबालाघाटPublished: Jun 23, 2019 09:19:04 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

अब तक ६ कर्मचारी हो चुके हैं निलंबितजेसीबी से खनन कर मोबाइल कंपनी ने किया है केबल विस्तार दक्षिण बैहर, लांजी क्षेत्र के जंगलों में हो रहा है ४ जी के केबल का विस्तार

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बगैर अनुमति के जंगल में केबल विस्तार मामले में फिर तीन कर्मचारियों पर गिरी गाज

बालाघाट. बगैर अनुमति के जंगलों में एक मोबाइल कंपनी द्वारा ४ जी केबल के विस्तार किए जाने के मामले में वन विभाग के तीन कर्मचारियों पर फिर गाज गिरी है। जंगल में बगैर अनुमति के कंपनी द्वारा खनन करने के मामले में वनविभाग द्वारा संबंधित बीट के वनरक्षकों को दोषी पाया गया। इसके बाद डीएफओ देवा कुमार द्वारा इन वनरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। अब तक इस मामले में ६ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में डीएफओ देवा प्रसाद द्वारा चौरिया बीट के वनरक्षक नारायणसिंह टेकाम, चिलोरा बीट के वनरक्षक निशांत कुमार सिंह और गुलपुर बीट के वनरक्षक रमेश कुमार वाकले को निलंबित किया गया है। इसके पूर्व पश्चिम लांजी के वारी बीट में अवैध उत्खनन कर केबल बिछाने के मामले में सर्किल इंचार्ज जीडी तरोने, बीट प्रभारी इंदिरा गर्ग और वनरक्षक सुनील नेवारे को निलंबित किया गया था।
जानकारी के अनुसार वनमंडल दक्षिण बालाघाट के अंतर्गत उपवनमंडल लांजी के वन परिक्षेत्र पूर्व लांजी में एक मोबाइल कंपनी द्वारा वन विभाग से अनुमति लिए बगैर वन क्षेत्र में खुदाई की गई। इसके बाद उसमें केबल का विस्तार भी किया जा रहा है। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा इसे रोका नहीं गया था। वन क्षेत्र में बगैर अनुमति के खनन करने की जानकारी मिलने पर डीएफओ देवा प्रसाद द्वारा अब तक ६ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। विदित हो कि दक्षिण बैहर और लांजी क्षेत्र में बिरसा से लांजी तक करीब ९० किलोमीटर और अडोरी से पाथरी तक करीब १४ किलोमीटर तक ४ जी केबल विस्तारीकरण का कार्य किया जा रहा है। यह केबल विस्तारीकरण का पूरा कार्य वन क्षेत्र में हो रहा है। यहां संबंधित कंपनी द्वारा जेसीबी से खनन कर केबल का विस्तार कर रही है। लेकिन इस कंपनी के इस कार्य को किसी के द्वारा रोका नहीं गया। जबकि नियमानुसार वन क्षेत्र में मशीन का उपयोग नहीं किया जा सकता। वन क्षेत्र में मशीन का उपयोग किए जाने के लिए बकायदा वनविभाग से अनुमति भी लेनी होती है। लेकिन संबंधित कंपनी द्वारा वन विभाग से किसी भी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली गई है। बताया गया है कि जिले में ४ जी केबल लाइन का विस्तार का कार्य इस्टर लाइट कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इस कंपनी द्वारा तीन अन्य लोगों को केबल के विस्तार का कार्य प्रदान किया गया है। जिसमें अरम कन्सट्रक्शन, वेद पटेल और चौहान कन्सट्रक्शन कंपनी शामिल है। इन कंपनियों द्वारा उत्तर उत्पादन के तहत बिरसा से अडोरी और अडोरी से चौरिया तक केबल का विस्तार किया जा रहा है। वहीं दक्षिण वनमंडल के अंतर्गत चौरिया से लांजी तक का कार्य किया जा रहा है।
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