scriptकाला धन को सफेद करने दूसरे के बैंक खातों का करते थे उपयोग | Used to use other's bank accounts to convert black money into white | Patrika News

काला धन को सफेद करने दूसरे के बैंक खातों का करते थे उपयोग

locationबालाघाटPublished: Jun 18, 2021 09:36:43 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

साइबर फ्रॉड मामले के तीन आरोपी पहुंचे जेल, तीन से पूछताछ जारी, सिवनी, किरनापुर के आरोपित हुए फरार, देश के अनेक राज्यों में फैला था साइबर फ्रॉड का कारोबार

काला धन को सफेद करने दूसरे के बैंक खातों का करते थे उपयोग

काला धन को सफेद करने दूसरे के बैंक खातों का करते थे उपयोग

बालाघाट. काला धन को सफेद करने के लिए दूसरे के बैंक खातों का उपयोग किया जाता था। जिसमें ऐसे युवकों या लोगों का बैंक खाता उपयोग किया जाता था, जो कम जानकार हो। वहीं काला धन के अलावा अन्य ट्रांजेक्शन भी इन्हीं लोगों के बैंक खातों में किया जाता था। जब मामले की परत खुली तो अब सभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इसका खुलासा साइबर फ्रॉड मामले में पुलिस रिमांड पर चल रहे आरोपियों से पूछताछ में हो रहा है। इधर, ऑनलाइन मोबाइल खरीदी-बिक्री फर्जीवाड़ा मामले में पुलिस रिमांड पर चल रहे तीन आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं अभी भी तीन आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं, जिनमें संजय पिता संतोष मेहतो (२१) निवासी अर्जुनका थाना मारकोमुंडा जिला देवगढ़, नितिन उर्फ विकास सिंह पिता सतेन्द्र सिंह (१९) निवासी बैसे जिला बक्सर बिहार वर्तमान निवासी कैलाश नगर बड़ा गमरिया सराइकिला खारसावा जमशेदपुर झारखंड और सुशांत कुमार पिता संजय कुमार अग्रवाल (२१) निवासी एलआइजी आर ३६ पटेल चौक हरमु रांची से पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार साइबर फ्रॉड मामले में पुलिस ने शुक्रवार को जबलपुर के व्यापारी रित्विक पिता लक्ष्मीनारायण अग्रवाल से भी पूछताछ की। वहीं रित्विक अग्रवाल को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इसी तरह रिमांड पर चल रहे हरिप्रसाद पिता सुनदरा मुरती (२८) और एसडी श्रवण कुमार पिता स्व. एमएस दसारथी को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें भी जेल भेज दिया गया। विदित हो कि इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने बालाघाट नगर व गोंदिया के ६ व्यापारियों को गिरफ्तार किया था। वहीं जबलपुर से एक व्यापारी को भी गिरफ्तार किया था। झारखंड राज्य से दो आरोपितों को भी गिरफ्तार कर पुलिस ने बालाघाट लेकर आई थी। इस तरह से इस मामले में अभी तक पुलिस ने १४ आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस द्वारा बालाघाट नगर से व्यापारी अनुराग पिता प्रमोद जैन (३१) निवासी वार्ड क्रमांक १५ गौली मोहल्ला बालाघाट, विनोद पिता स्व. हरिप्रसाद दात्रे (३१) निवासी वार्ड क्रमांक १८ शांति भवन के पास बालाघाट, पंकज पिता दामोदर चावला (३२) निवासी वार्ड क्रमांक ३२ नर्मदा नगर जैन बेकरी के पास बालाघाट, शैलेष पिता भवरलाल जैन (४३) निवासी वार्ड क्रमांक १७ महावीर चौक बालाघाट और श्रीकांत पिता गोविंद गजके (३८) निवासी वार्ड क्रमांक २७ प्रेमनगर बालाघाट को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा एक व्यापारी महाराष्ट्र राज्य के गोंदिया से पंकज पिता वीरभान चंदवानी (३२) श्रीनगर वार्ड गोंदिया को भी गिरफ्तार किया है। झारखंड राज्य के दो व्यापारी सुशांत कुमार पिता संजय कुमार अग्रवाल (२१) निवासी एलआइजी आर ३६ पटेल चौक हरमु रांची और नितिन उर्फ विकास सिंह पिता सतेन्द्र सिंह (१९) निवासी बैसे जिला बक्सर बिहार वर्तमान निवासी कैलाश नगर बड़ा गमरिया सराइकिला खारसावा जमशेदपुर झारखंड शामिल है। इसके अलावा पुलिस ने हुकुम सिंह पिता योगीराज बिसेन (२८) निवासी रमगढ़ी थाना किरनापुर, मनोज पिता टुंडीलाल राणा (३८) निवासी वार्ड क्रमांक-२ भटेरा चौकी बालाघाट को सबसे पहले गिरफ्तार किया था। वहीं प्रभात कुमार पिता तारकेश्वर प्रसाद (३५) निवासी वभनबे थाना मुफ्फसील जिला हजारी बाग, वर्तमान संत फ्रांसिस स्कूल के पीछे भट्टागढ़ थाना अरगोढ़ा जिला रांची, हरिप्रसाद पिता सुनदरा मुरती (२८) सॉफ्टवेयर इंजीनियर एचसीएल बैंगलोर निवासी डीनंबर-२०, २३५ रागीमनु स्ट्रीट मिट्टूर चितूर, एसडी श्रवण कुमार पिता स्व. एमएस दसारथी (योगा टीचर) निवासी डी नंबर २० २६२/२ रागीमनु मिट्टूर चितूर और संजय पिता संतोष मेहतो (२१) निवासी अर्जुनका थाना मारकोमुंडा जिला देवगढ़ को गिरफ्तार किया था।
सिवनी से खाली हाथ लौटी पुलिस
इधर, साइबर फ्रॉड मामले में सिवनी से व्यापारियों को गिरफ्तार करने पहुंची बालाघाट पुलिस खाली हाथ लौट गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात्रि पुलिस ने सिवनी में दबिश दी थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही वहां के दो व्यापारी फरार हो गए। वहीं किरनापुर से भी एक आरोपी फरार हो गया। इधर, पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने सिवनी, किरनापुर और जबलपुर से भी आरोपियों को गिरफ्तार की है। लेकिन इसकी पुष्टि पुलिस ने नहीं की है। इधर, साइबर फ्रॉड मामले के तार मप्र के अनेक जिलों से भी जुड़े होने की जानकारी सामने आ रही है।
पांच राज्यों में भी हो रही है जांच
साइबर फ्रॉड मामले की जांच देश के पांच राज्यों में भी हो रही है। जिसमें महाराष्ट्र, असम, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य शामिल है। इन पांच राज्यों के ११ जिलों में इसी तरह के प्रकरणों की जांच के लिए बालाघाट पुलिस द्वारा पांच राज्यों के ११ जिलों में पुलिस को पत्र लिखा गया है।
इनका कहना है
इस मामले में पुलिस रिमांड पर चल रहे आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मुख्य आरोपी द्वारा अनेक जानकारियां दी गई है, जिसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है। साइबर फ्रॉड के अलावा इन आरोपितों द्वारा और क्या किया गया है, इसके बारे में जांच की जा रही है।
-अभिषेक तिवारी, एसपी बालाघाट
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