विधानसभा चुनाव 2023-अपने गांव में ही पहली बार मतदान करेंगे मतदाता
बालाघाटPublished: Nov 09, 2023 10:16:27 pm
जिले के दूरस्थ अंचलों में बनाए गए 34 नए मतदान केन्द्र
परसवाड़ा, बैहर और लांजी विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए हैं नए मतदान केन्द्र


बालाघाट. विधानसभा चुनाव 2023 में नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण अपने ही गांव में पहली बार मतदान करेंगे। दरअसल, इन ग्रामीणों के लिए नए मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। जिले में 34 नए मतदान केन्द्रों को स्वीकृति मिली है। नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्र परसवाड़ा, बैहर और लांजी में ये केन्द्र बनाए गए हैं। वर्ष 2018 तक हुए चुनावों में ऐसे क्षेत्रों के मतदाताओं को 10 से 15 किमी या इससे अधिक दूरी तय कर मतदान करने के लिए जाना पड़ता था।
जानकारी के अनुसार बैहर और लांजी विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गांव ऐसे हैं जो दुर्गम और नक्सल प्रभावित है। इन गांवों के ग्रामीणों को मतदान के लिए 10 से 15 किमी या इससे अधिक दूरी तय करना पड़ता था। जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अनेक चुनावों में तो ग्रामीण मतदान करने के लिए भी नहीं जाते थे। कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के ग्रामों के भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने यह समस्या बताई थी। जिसके चलते प्रशासन ने ऐसे गांवों को चिन्हित किया। वहां मतदान केन्द्र की स्वीकृति के लिए निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा। आयोग ने भी जिले में 34 नए मतदान केन्द्रों को स्वीकृति दे दी है। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने आयोग के निर्देशानुसार ऐसे नए मतदान केंद्रो का गठन किया है, जो ज्यादा दूरी पर स्थित थे या वनीय दूर्गम क्षेत्रों में या नक्सल प्रभावित थे। जहां कभी मतदाताओं को 10 से 15 किमी तक पैदल चलकर मतदान करने जाना पड़ता था। अब वे अपने ही गांव में बनाए गए मतदान केंद्रो पर अपने अधिकार का उपयोग कर सकेंगे।
कहां-कहां बनाए गए नए मतदान केन्द्र
बैहर विधानसभा क्षेत्र में 321 मतदान केन्द्र हैं, जिसमें करीब 19 नए केन्द्र बनाए गए है। इसी तरह लांजी विधानसभा क्षेत्र में 294 मतदान केन्द्र है, जिसमें 11 नए केन्द्र शामिल है। परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 298 मतदान केन्द्र है, जिसमें 4 नए मतदान केन्द्र शामिल है। ये सभी नए मतदान केन्द्र ग्रामीणों की सहुलियत को ध्यान में रखते हुए बनाए गए है।
558 मतदाताओं के लिए बनाया गया केन्द्र
बैहर विधानसभा में मतदान केंद्र क्रमांक 311 को नया केन्द्र बनाया गया है। इस केन्द्र में 558 मतदाता आते हैं। ये मतदाता पहली बार अपने ही गांव में बने केन्द्र में मतदान करेंगे। गांव के पुष्पेंद्र पटले, युवराज धुर्वे, लता ठाकरे और धर्मेंद्र विश्वकर्मा जैसे करीब 20 नए मतदाता अपने गांव में बने पहले मतदान केन्द्र में पहली बार मतदान करेंगे। यहां के मतदाताओं को पहले पंडाटोला मतदान के लिए जाना पड़ता था। हर्राभाट से पंडाटोला की दूरी करीब 5 किमी है।
शतायु फुलदुलारी ने किया मतदान
बैहर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत हर्राभाट के मतदान केंद्र क्रमांक 311 की 100 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी फुलदुलारी सीताराम ने अपनी 81 वर्षीय बहन रामदुलारी के साथ घर पर ही मतदान किया। मतदान से लोकतंत्र के महापर्व में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उल्लेखनीय है कि आयोग ने पहली बार ऐसी व्यवस्था की है, जिसमें ऐसे मतदाता जो चलकर मतदान केंद्रो तक नहीं जा सकते चाहे वो 80 वर्ष से अधिक आयु के हो या दिव्यांगजन हो, ऐसे मतदाताओं से चलित मतदान केन्द्र के माध्यम से मतदान कराया जा रहा है। इसके लिए टीम का गठन किया गया है। टीम मतदाताओं के घर पहुंचकर मतदान की प्रक्रिया को पूरी करा रहा है।