प्रयोगशाला में हो पाएगा जल परीक्षण
बालाघाट. मध्यप्रदेश शासन के खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल ने 8 नवंबर को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखंड विभाग परिसर वारासिवनी में 14 लाख 40 हजार रुपए की लागत से बनने वाले जल परीक्षण प्रयोगशाला भवन के लिए भूमिपूजन किया। इस अवसर पर जनपद पंचायत वारासिवनी के अध्यक्ष चिंतामन नगपुरे, डॉ राम वर्मा, विवेक ऐड़े, जसवंत पटले सहित अन्य मौजूद थे।
खनिज मंत्री जायसवाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि वारासिवनी में जल परीक्षण प्रयोगशाला का नया भवन बनने से जल के परीक्षण के लिए बेहतर सुविधा सुलभ हो जाएगी। इस प्रयोगशाला के बनने से क्षेत्र की जनता को लाभ मिलेगा और उन्हें पेयजल की शुद्धता व गुणवत्ता का पता चल सकेगा। यह आम जनता की सेहत से जुड़ा विषय है और वारासिवनी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण सौगात है। इसी तरह उन्होंने वारासिवनी अस्पताल में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुछ भी विकास नहीं किया गया है। जिसके कारण मध्यप्रदेश कुपोषण के मामले में देश में प्रथम स्थान पर है और मातृ मत्युदर के मामले में द्वितीय स्थान पर है। हमारी सरकार दिखावा करने की बजाय काम करने में विश्वास रखती है। अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करना पीडि़त मानवता की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। वारासिवनी के अस्पताल में पहले की तुलना में बेहतर स्वास्थ्य सेवायें मिलने से इस क्षेत्र के लोगों को उपचार के लिए बालाघाट नहीं जाना पड़ेगा। वारासिवनी के इस अस्पताल में पहले मात्र एक डाक्टर पदस्थ थे। लेकिन उनके प्रयासों से अब चार डाक्टर की व्यवस्था हो गई है। वारासिवनी के इस अस्पताल को दो डाक्टर और मिलने वाले है और महिला चिकित्सक की भी बहुत जल्दी व्यवस्था होने वाली है।