बस स्टैंड में कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने आधा घंटा किया चक्काजाम
बालाघाटPublished: Mar 09, 2019 01:47:54 pm
बैहर में कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने रैली निकाल बुलंद की आवाजसीटू नेता ने सभा को किया संबोधितएसडीएम को सौंपा ज्ञापन, तीन दिवसीय हड़ताल का किया गया समापन
बस स्टैंड में कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने आधा घंटा किया चक्काजाम
बालाघाट/बैहर। जनपद पंचायत बैहर के एकीकृत महिला एवं बाल विकास विभाग के सामने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की। हड़ताल के तीसरे दिन सभा के बाद रैली निकाली गई। जो नगर के बस स्टैंड पहुंची। जहां पर करीब आधा घंटा जाम किया गया। इसके बाद रैली जय स्तंभ से गांधी चौक होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची। यहां पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।
कार्यकर्ता, सहायिकाओं के धरने को संबोधित करते हुए सीटू नेता मो. इकबाल कुरैशी ने कहा कि बैहर के दस सेक्टरों की 460 केन्द्रों की कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने 14 सूत्रीय मांगों को लेकर एकीकृत महिला एवं बाल विकास विभाग बैहर के सामने तीन दिवसीय कामबंद हड़ताल शुरू की थी। केन्द्र सरकार ने जो वेतन बढ़ाई है वह बहुत कम है। इसके लिए 8 मार्च को अंतर राष्ट्रीय दिवस महिला दिवस पर सभी ब्लॉकों में अपनी मांगों को ज्ञापन भी दिया गया। उन्होंने कहा कि माह दिसम्बर, जनवरी व फरवरी का मानदेय भुगतान आज दिनांक तक दिया जाए। आंगनवाड़ी केन्द्रों का पिछला भवन किराया अति शीघ्र कराया जाए। मिनी आंबा केन्द्रों को पूर्ण आंबा केन्द्रों में परिवर्तित कर सहायिकाओं की नियुक्ति करें। मिनी आंबा केन्द्रों में अन्य आंबा केन्द्रों की तरह स्टेशनरी व अन्य किटें प्रदान कराई जाए। मिनी आंबा कार्यकर्ताओं को अन्य आंबा कार्यकर्ताओं की तरह समान कार्य समान वेतन अदा करें। आंबा भवनों का निर्माण कराए। यात्रा भत्ता प्रदान किया जाए। 31 मार्च 2018 के बाद मृत व सेनि. कार्यकर्ता को शासन के निर्देशानुसार एक लाख 50 हजार एवं सहायिकाओं को 75 हजार की सहयोग राशि प्रदान की जाए। अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए। सुपरवाइजर, पर्यवेक्षक की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाकर वरिष्ठता व योग्यता के आधार पर पदोन्नति करें। मानदेय का भुगतान प्रतिमाह करवाया जाए। केन्द्र सरकार के द्वारा बढ़ाया गया मानदेय 1500 रुपए की राशि का भुगतान अतिशीघ्र करवाएं सहित अन्य मांगें शामिल है।
लोस चुनाव में नहीं करेंगी मतदान
कुरैशी ने कहा कि आंबा कार्यकर्ता व सहायिकाएं रोजाना 8 घंटे से अधिक ड्यूटी करने के बाद भी नियमितीकरण सहित अन्य मांगें पूरी नहीं हो पा रही है। इतना ही नहीं 2 से 3 माह तक वेतन नहीं दिया जाता है। 14 फरवरी को प्रशासन को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया था। इसके बाद भी उनकी एक भी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के शिविर लगने पर कार्यकर्ताओं से काम लिया जाता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि आगामी लोकसभा के पहले सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती है तो पूरे जिले भर के कार्यकर्ता व सहायिकाएं मतदान नहीं करने का निर्णय ले लिया है।