बलिया के चर्चित रागिनी हत्याकांड में आरोपी प्रधान कृपा शंकर तिवारी की पत्नी नीता तिवारी ने दावा किया है की उनके पति को ना ही घटना की जानकारी थी और ना ही घटना के समय घटना स्थल पर वो मजूद थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित पक्ष ने महज गांव की राजनीति के चलते परिवार के अन्य सदस्यों को आरोपी बना दिया। दरअसल रागिनी की हत्या का आरोप ग्राम प्रधान के बेटे प्रिंस पर है। प्रिंस पर आरोप है कि उसने गांव की रागिनी की चाकू गोदकर हत्या कर दी थी।
यह भी पढ़ें- बलिया के लाल शहीद बृजेन्द्र पंचतत्व में वीलिन अब इस मामले में अन्य अरोपी प्रधान की पत्नी का कहना है कि रागिनी की ह्त्या से वो भी सदमे में है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उसके बेटे प्रिंस ने ह्त्या की है तो उसे सजा मिलनी चाहिए पर किसी गलती की सजा पूरे परिवार को देना कहा तक न्याय है।
यह भी पढ़ें- राजकीय बालिका विद्यालयः मूलभुत सुविधाओं का अभाव, छात्राओं ने लगाये गंभीर आरोप रागिनी की हत्या से पूरे देश में लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए थे। हालाकिं पुलिस ने सभी पांचो आरोपियों को जेल पहुंचा चुकी है। वही आरोपी प्रधान की बेटी अग्रीमा तिवारी का कहना है की रागिनी को न्याय मिलना चाहिए। साथ उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से वो इतना डर चुकी है की कालेज भी नहीं जा रही। वही, प्रधान संघ का एक गुट आरोपी प्रधान को निर्दोष मानता है। प्रधान संघ के अध्यक्ष विनोद सिंह का कहना है की बजहा गावं के प्रधान को उनके अच्छे कार्यों के लिए ही राष्ट्रपति से पुरस्कार मिल चुका है पर पीड़ित पक्ष जानबूझकर प्रधान पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें आरोपी बना दिया है।
by Amit Kumar