अखिलेश यादव ने दावा किया कि यूपी की योगी सरकार क्राइम कंट्रोल से लेकर सभी मोर्चों पर फेल है। विकास के नाम पर जनता को केवल भ्रमित करने का काम किया जा रहा है। दूसरी ओर मोदी सरकार भी जनता को गुमराह कर रही है। स्वच्छ भारत, गऊ सेवा और खुले में शौच मुक्त यानि ओडीएफ का ढिंढोरा पीटकर लोगों को असल मुद्दों से दूर रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओडीएफ का हाल ये है कि खुद सरकार की टीम बलिया गयी तो पता ला कि वहां गांवों को कागज पर ओडीएफ घोषित कर दिया गया। सैकड़ों गांवों मजरे ओडीएफ हुए ही नहीं, लेकिन फर्जी तरीके से उन्हें ओडीएफ घोषित कर दिया गया। बाद में सच्चाई सामने आने के बाद उनपरसे ओडीएफ का लेबल हटाया गया। अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कई मुद्दों पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान घेरा।
क्या है बलिया में ओडीएफ घोटाला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत बलिया जिले के 1844 गांवों को ओडीएफ घोषित कर दिया गया था, यानि कि ये गांव खुले में शौच समेत सारे मानक पर खरे उतरते हैं। पर यह दावा खुद सरकारी टीम की जांच में ही गलत निकला। यूपी में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) पंचायतीराज के मिशन निदेशक डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने नोटिस जारी कर जानकारी दी कि जो 1844 गांव ओडीएफ घोषित किये गए थे उनकी जांच जब मंडलीय उपनिदेश और मंडलीय टीमों ने किया तो 1094 गांव मानक पूरा नहीं करते मिले। इन गांवों का ओडीएफ निरस्त कर दिया गया। इन गांवों की तादाद लक्ष्य का 60 फीसदी (59.33%) बनती है।