बता दें कि यूपी के बलिया में छात्र नेताओं ने योगी सरकार के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्रदेव सिंह के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध जताया है। दरअसल, पिछले दिनों लखनऊ में बलिया की बेटी संस्कृति राय की हत्या को लेकर छात्र नेता पत्रक देने आये छात्र नेताओं की जब फरियाद नहीं सुनी तो छात्र नेताओं ने जमकर मंत्री के सामने ही हंगामा कर दिया। वहीं योगी सरकार के मुर्दाबाद और योगी को ढ़ोंगी सरकार की तुलना की। कहा कि इस तरह से योगी की ढोंगी सरकार नहीं चलेगी। मौके की हालात को देखते हुए पुलिस छात्र नेताओं को धक्का मार कर हटाया। मंत्री ने मामले का खंडन करते हुए कहा कि यहां कुछ हुआ नहीं है बल्कि ये लड़रे नेतागिरी कर रहे हैं।
ये था मामला
बलिया की रहने वाली छात्रा संस्कृति गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक लखनऊ की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह 21 जून गुरुवार रात अपने गृह जनपद जा रही थी। जब वह स्टेशन नहीं पहुंची तो पिता उमेश कुमार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। दूसरे दिन दोपहर में मड़ियांव थाना क्षेत्र के घैला गांव के पास खंती में छात्रा की देह मिली थी।
पिता द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाए जाने के बाद भी पुलिस ने जांच नहीं शुरु की थी और जब उसकी देह मिली थी तो पुलिस ने लावारिश के तौर पर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।